पापड़ के स्वाद को हम अच्छी तरह जानते हैं. छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक सबको Papad का स्वाद अच्छा लगता है. पापड़ भारत के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में समान रूप से बेहद लोकप्रिय हैं. ये भी कह सकते हैं पापड़ के बिना भारतीय भोजन अधूरा है. दिखने में हल्का लगने वाला Papad आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाने वाला होता है.

न्यूट्रीशनिस्ट के अनुसार एक पापड़ को पचने में तीन से पांच दिन लगते हैं. जबकि हम जो सामान्य आहार खाते हैं वो चार से पांच घंटे में ही पच जाता है. दिल, किडनी और हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों को खासतौर पर Papad खाने से दूर ही रहना चाहिए. Read More – बालों को शैम्पू करें पर ये गलतियां करने से बचें, नहीं तो जल्दी बाल हो जाएंगे खराब और कमजोर …

आंतों पर भारी दबाव डालता है पापड़

दरअसल पापड़ बारीक बेसन, तरह-तरह की दाल नमक आदि से बना होता है. इसमें फाइबर जैसी कोई चीज नहीं होती. इसलिए इसे खाने के बाद आंतों पर भारी दबाव पड़ता है. ये आंतों में जाने के बाद पाचक रसों के साथ मिलता है और आंतों में चिपक जाता है.

बाजार के पापड़ में ज्यादा नुकसान

पापड़ बनाते समय इसमें प्रिजर्वेटिव डाले जाते हैं. प्रिजर्वेटिव में सोडियम मिलाया जाता है. इससे Papad का स्वाद तो बढ़ जाता है, लेकिन यह सेहत से जुड़ी समस्याएं पैदा करता है. पापड़ को तलने पर इसमें खासी मात्रा में तेल आ जाता है. सेंक लिया जाए तो इसमें आर्किलेमाइड बनता है जो कि न्यूरोटॉक्सिन है. इसी कारण से इसे सेंकने पर कैंसर पैदा करने वाले तत्व बनते हैं. Read More – Today’s Recipe : अब कढ़ाई पर आसानी से बनाएं Garlic Bread, ओवन की नहीं पड़ेगी जरूरत …

होममेड पापड़ कम हानिकारक

घर में साबुदाना, दाल, आलू के जो Papad पहले बनते थे वो हानिकारक नहीं होते, इनमें किसी तरह का प्रिजर्वेटिव नहीं मिलाया जाता था. सभी घरेलु शुद्ध पदार्थों से इन्हें तैयार होते हैं. आप कभी-कभी पापड़ खाते भी हैं तो घर में बने Papad खाने में कोई दिक्कत नहीं है.