बिजली कंपनी से सेवानिवृत्त बुजुर्ग के खाते से 2.03 लाख रुपये पर उनकी ही बेटी ने हाथ साफ कर दिए. रकम गायब होने पर बुजुर्ग ने साइबर सेल में शिकायत दी तो जांच में मामला सामने आया.

पुलिस को आरोपी बेटी ने बताया कि उसने अपने गिरवी रखे जेवरात को छुड़ाने के लिए पिता के खाते में सेंध लगाई थी. धीरे-धीरे कर उसने पिता के खाते से पेटीएम के जरिये रकम अपने व पति के खाते में ट्रांसफर कर ली थी. पूरा मामला दिल्ली के बुराड़ी का है.

 पुलिस के मुताबिक इस संबंध में बुराड़ी निवासी 69 वर्षीय बुजुर्ग ने शिकायत दी थी. बुजुर्ग ने बताया कि वह एक बिजली कंपनी की सेवा से रिटायर हुए हैं. उन्होंने बताया कि नवंबर 2021 से मार्च 2022 के बीच किसी ने उनके खाते में सेंध लगाकर कुल 2.03 लाख रुपये निकाल लिए हैं. इस दौरान बुजुर्ग के पास न ओटीपी आया और न ही कोई मैसेज.

जांच में खुलासा

उत्तरी जिला की साइबर थाना पुलिस ने जांच की तो पता चला कि रकम पेटीएम के जरिये बुजुर्ग के दामाद और बेटी के खातों में ट्रांसफर हुई है. बाद में उन दोनों के खातों से रकम को ज्वेलरी के बदले लोन देने वाली एक नामी कंपनी के खाते में ट्रांसफर किया गया था. पुलिस ने शक होने पर बेटी से पूछताछ की. खाते में लेन-देन की डिटेल दिखाने पर बेटी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. इस तरह पुलिस ने बुजुर्ग के साथ हुए फर्जीवाड़े से पर्दा उठाया.

मायके जाकर वारदात को अंजाम दिया

आरोपी बेटी बाबरपुर में रहती है. पति छोटा-मोटा काम करता है. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. कुछ समय पूर्व परिवार को रुपयों की जरूरत थी तो बेटी ने एक कंपनी के पास जेवरात गिरवी रखकर लोन लिया था. अब वह किस्त नहीं चुका पा रही थी. ऐसे में उसने अपने पिता के खाते से रकम निकालने की सोची और मायके आकर उसने कई बार पेटीएम के जरिये रकम ट्रांसफर कर ली. वह पकड़ी न जाए, इसके लिए वह पिता के मोबाइल पर आए ओटीपी और मैसेज को डिलीट कर देती थी.