Pappu Yadav News: पूर्णिया सासंद पप्पू यादव आज गुरुवार 21 नवंबर को यूपी के जिला एवं सत्र न्यायालय गाजीपुर पहुंचे. पप्पू यादव आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कोर्ट में पेश हुए हैं, जहां मामले की सुनवाई होगी.
बता दें कि मामले में पप्पू यादव की गिरफ्तारी में देरी को लेकर अपर सत्र न्यायाधीश एमपी/एमएलए शक्ति सिंह की अदालत ने सख्ती दिखाई थी. अदालत ने मुहम्मदाबाद थाने के प्रभारी निरीक्षक को 21 नवंबर को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया था.
1993 में दर्ज हुआ था मुकदमा
बता दें कि पूरा मामला 8 नवंबर 1993 का है, जब मुहम्मदाबाद थाने के तत्कालीन प्रभारी वीएन सिंह ने सूचना के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया था. इसमें आरोप लगाया गया था कि पप्पू यादव और उमेश पासवान अपने समर्थकों के साथ उत्तर प्रदेश में विरोधी दलों की चुनाव सभाओं में गड़बड़ी करने की योजना बना रहे थे. इस वजह से चुनावी शांति भंग करने की आशंका के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की और मामला दर्ज किया था.
मामले पर विचारण के बाद 31 जुलाई 2023 को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सभी आरोपियों को दोषमुक्त कर दिया. इसके बाद सितंबर में अभियोजन ने मजिस्ट्रेट के फैसले के खिलाफ जिला जज की अदालत में अपील की. जिसके बाद मामले को एमपी/एमएलए अदालत में स्थानांतरित कर दिया गया.
ये भी पढ़ें- शिक्षक भर्ती को लेकर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने अपने ही सरकार को घेरा, नियुक्ति पत्र सौंपने को लेकर कही ये बात
वारंट जारी होने पर पेश नहीं हुए थे पप्पू यादव
अदालत की ओर से 22 अक्टूबर 2023 को पप्पू यादव और अन्य 10 आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था. 10 आरोपी अदालत में पेश हुए और वारंट निरस्त करा लिया. हालांकि, पप्पू यादव अदालत में हाजिर नहीं हुए थे. इसके बाद अदालत ने सांसद की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आदेश दिया था. जिस मामले में आज पेशी देने के लिए पप्पू यादव खुद जिला एवं सत्र न्यायालय गाजीपुर पहुंचे हैं.
ये भी पढ़ें- ‘पशुपति पारस कभी NDA का हिस्सा थे ही नहीं’, चाचा को लेकर चिराग पासवान ने किया बड़ा दावा, कही ये बात…
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें