कुंदन कुमार/पटना। इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर सियासी हलचल तेज है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने बातचीत में कहा कि सीटों का बंटवारा जल्द ही संभवतः 6 तारीख तक निश्चित कर लिया जाएगा। उनका यह भी अनुमान है कि 8 तारीख को चुनाव की घोषणा हो सकती है और उससे पहले गठबंधन को अपनी प्राथमिक सीट सूची सार्वजनिक करनी होगी।
SIR सूची पर गंभीर आरोप
पारस ने विशेष रूप से SIR सूची के जरिए की गई संशोधनों की आलोचना की। उन्होंने कहा, यह पॉलिटिकल मोटिवेशन से काम किया गया है जानबूझकर हमारे मतदान सूची से वोट बैंक को प्रभावित करने की कोशिश है। उनका आरोप है कि यदि मतदाता सूची में गलती हो सकती है तो ऐसे ही दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान जैसे राज्यों में भी विधानसभा चुनाव नहीं हो सके होते।
मतदाता सूची और लोकतंत्र का सवाल
पारस ने यह तर्क दिया कि बिहार की स्थिति विशेष है पिछड़ा, दलित और शोषित मतदाता वर्गों को जान बूझकर इस प्रक्रिया से वंचित किया जा रहा है। उनका कहना है कि यह एक प्रकार की संविधानिक असमानता है।
20 वर्षों का एकाधिकार खतरे में
पारस ने जोर देकर कहा कि बिहार लोगों में बदलाव की चाह है। पिछले 20 साल से एक ही पार्टी और एक ही व्यक्ति सत्ता में है। लेकिन जनता अब बदलाव चाहती है। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने 32 जिले में दौरा किया है और वहाँ की जनता सत्ता परिवर्तन की मांग कर रही है। और अंत में उन्होंने मां दुर्गा से प्रार्थना की कि इस बार बिहार में नई सरकार बने।
नौजवान नेतृत्व की उम्मीद
पारस ने कहा कि आने वाली सरकार युवा नेतृत्व व सशक्त नेतृत्व वाली होनी चाहिए। उन्होंने यह संदेश दिया कि कांग्रेस, अन्य साझेदार और गठबंधन नए मंच पर कदम रखे ताकि नए विचार, नई ऊर्जा के साथ बिहार का भविष्य गढ़ा जा सके।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए किल्क करें