बलांगीर. ओडिशा के भवानीपटना पार्सल बम विस्फोट मामले में ओडिशा पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना का मुख्य आरोपी मृतक सौम्यरंजन साहू की मां संयुक्ता साहू के कॉलेज में कार्यरत अंग्रेजी अध्यापक पूंजीलाल मेहेर निकला। पुंजीलाल के घर से रविवार को पुलिस ने बम बनाने का सामान और बारूद बरामद किया था और उससे पूछताछ की जा रही थी। मेहेर के दो सहयोगियों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। आज दोपहर बलांगीर कोर्ट में पेश किया गया। पूरा मामला प्रेम प्रकरण का नहीं वरन् पद को लेकर विवाद बताया जा रहा है।

पार्सल बम के विस्फोट से नवविवाहित दूल्हे और उसकी दादी की मौत हो गई थी। मिली जानकारी के अनुसार पार्सल बम विस्फोट में मारे गए सौम्यरंजन साहू की मां संयुक्ता साहू ज्योति विकास कॉलेज, भैंसा में प्राचार्य हैं। वे इसके पहले झारबंद कॉलेज से स्थानांतरित होकर आई थीं। इतिहास प्राध्यापिका संयुक्ता साहू को यहां प्राचार्य बनाया गया था। तब इस कॉलेज में अंग्रेजी के प्राध्यापक पुंजीलाल मेहेर प्राचार्य थे। चूंकि संयुक्ता, मेहेर से 13 वर्ष की वरिष्ठ थीं इसलिए उन्हें प्राचार्य का पदभार दिया गया। इससे अंग्रेजी प्राध्यापक पुंजीलाल मेहेर नाराज था और उसने संयुक्ता साहू के पूरे परिवार को मार डालने की योजना बनाई।

पुंजीलाल मेहेर के फेसबुक पेज पर 21 मार्च तक की पोस्ट हैं, और उसने यहां पर अपने-आपको इस कॉलेज का प्राचार्य ही लिखा हुआ है। मेहेर की इस साजिश में एक प्राध्यापक भी शामिल है। एक प्राध्यापक के अलावा 7 और सहयोगी भी है इनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार सहयोगी में से एक का नाम चंद्रमणी मेहेर है, जो आपराधिक प्रवृत्ति के लिए जेल जा चुका है। इसके अलावा कूरियर कंपनी के मालिक और कर्मचारी को भी हिरासत में लिया गया है। आज ओडिशा पुलिस ने  संबंध में खुलासा किया है.

मिली जानकारी के अनुसार बम विस्फोट में प्रयोग कागज एक स्थान उडिय़ा अखबार था। जिसके आधार पर पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की। ओडिशा के पाटनगढ़ में रिसेप्शन के दौरान गिफ्ट खोलने पर हुए विस्फोट के तार छत्तीसगढ़ से जुड़े रहे। वहां गिफ्ट रायपुर के फाफाडीह स्थित स्काईकिंग कूरियर सर्विस से भेजा गया था। घटना के बाद बलांगीर (ओडिशा) पुलिस ने रायपुर पहुंचकर गंज पुलिस की मदद से कूरियर संचालक एचएस सलूजा व उनके कर्मियों से लंबी पूछताछ की थी। पूछताछ में पुलिस को यहां कई तरह की गड़बड़ी मिली थी। ऑफिस में कूरियर बुक करने वाले का ना कोई रिकॉर्ड और ना कोई सीसीटीवी फुटेज मिला था। पूछताछ में पता चला था कि यहां का सीसीटीवी कैमरा बीते 13 फरवरी से खराब है, जिस पर पुलिस ने ऑफिस कर्मियों को जमकर फटकार लगाई थी। 23 फरवरी को सौम्य शेखर साहू और रीमा साहू की रिसेप्शन पार्टी थी। रिसेप्शन खत्म होने के बाद साहू परिवार के सभी लोग पार्टी में मिले गिफ्ट को खोल रहे थे, तभी रायपुर से भेजे गए एस के शर्मा के गिफ्ट को खोलने पर जोरदार धमाका हुआ और दूल्हा समेत तीन की मौत हो गई थी। शादी 18 फरवरी को हुई थी।