नई दिल्ली। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार के प्रयासों का असर दिखने लगा है. अभिभावक अब नामीगिरामी स्कूलों को छोड़कर अपने बच्चों का एडमिशन दिल्ली सरकार के स्कूलों में करने लगे हैं. आंकड़े बताते हैं कि निजी स्कूलों के 2 लाख से अधिक छात्रों ने सरकारी स्कूलों में प्रवेश ले लिया है.

केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में बहुत काम किया है. यही वजह है कि आज लोग निजी स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों को बेहतर मानने लगे हैं. इस वजह से अब अभिभावक अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में करा रहे हैं. आम आदमी पार्टी ने इस बात को ट्विट के जरिए कहा है.

 

केजरीवाल सरकार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए हर स्तर पर काम किया है. स्कूल भवन को बेहतर बनाने के साथ-साथ बच्चों की पढ़ाई और उनके सर्वांगीण विकास के लिए इंतजाम किया है. हाल ही में बेहतर शिक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय बोर्ड इंटरनेशनल बैकलौरिएट (आईबी) से समझौता किया है.

इसके पहले बच्चों में देशभक्ति की भावना पैदा करने के लिए सरकारी स्कूलों में पाठ्यक्रम में देशभक्ति को जोड़ने का फैसला लिया था, ताकि छात्रों को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत किया जा सके. इसके अलावा दिल्ली सरकार ने अपने शिक्षा बोर्ड का गठन किया है. सीबीएसई की तरह दिल्ली का अपना शिक्षा बोर्ड होगा.