पंकज सिंह भदौरिया. दन्तेवाड़ा. दन्तेवाड़ा शहर के हृदय पर बना पार्क इन दिनों रखरखाव के अभाव में उजाड़ उपवन में तब्दील होता नजर आ रहा है. पूरे पार्क में भ्रमण करने आम-लोग जगह -जगह फैली गंदगी के चलते नही के बराबर पहुंच रहे हैं, तो वहीं इंसानों के घूमने पार्क की जगह पशु पार्क में चरने पहुंच रहे हैं. हरे-भरे पेड़ पौधों को गाय, बकरियों का झुण्ड घूम-घूमकर चट करता नजर आ रहा है.
बता दें कि दन्तेवाड़ा शहर के बीचों-बीच बने पार्क में तालाब साफ-सफाई के अभाव में पूरी तरह से गंदा पड़ा हुआ दिखाई दे रहा है, तो वहीं तालाब के अंदर लगे लाखों रुपए के फौव्वारे बेकार कबाड़ की तरह खड़े नजर आ रहे हैं. साथ ही पार्क के मुख्यद्वार के पास लगा म्यूजिकल फौव्वारा भी खराब हो गया है. किसी की टोंटी गायब तो कहीं पाइप लाइन फ़टी दिख रही है. इतना ही नहीं पार्क के अंदर रौशनी के लिए लगे बिजली के खम्बों में आधे से अधिक की लाइट भी खराब पड़ी है.
नगर पालिका को हैंडओवर ही नहीं हुआ पार्क
यह पार्क बिल्कुल शहर के बीचों-बीच बना है. सुंदर पार्क बनाने की नियत से सरोवर के ऊपर की दुकानों को प्रशासन ने एक वक्त बुल्डोजर चलवाकर तोड़वा दिया था. लेकिन आज जब पार्क बन गया है, तो वह महज विभागों के हैंड ओवर के चक्कर में फंसकर बेकार हो रहा है. इस मामले में नगरपालिका सीएमओ मोबिन अली ने कहा ये पार्क तो अब तक हैंड ओवर पीडब्ल्यूडी ने हमें नहीं किया. जब पार्क हैंड ओवर ही नहीं हुआ है. तो रख-रखाव कैसे करेंगे. हम अगर हमें हैंडओवर हो जाता है, तो रखरखाव के लिए चौकीदार भी नियुक्त कर सकते हैं.