रायपुर. प्रदेश के 11 संसदीय क्षेत्रों में से दिग्गज नेताओं की वजन की वजह से महत्वपूर्ण दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के ऐसे दो नेताओं के बीच मुकाबला हो रहा है, जिन्हें उनकी पार्टी ने विधानसभा में तो नजरअंदाज कर दिया, लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए उपयुक्त माना है. हम बात कर रहे हैं भाजपा के प्रत्याशी विजय बघेल और कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा चंद्राकर की.

लोकसभा चुनाव में पहली बार दांव आजमा रहे दोनों ही उम्मीदवार विजय बघेल और प्रतिमा चंद्राकर क्षेत्र के सशक्त कुर्मी समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं. विजय बघेल ने रिश्ते में भतीजे लगने वाले भूपेश बघेल के साथ 1993 में राजनीतिक पारी की शुरुआत की. पहले पहल विजय बघेल कांग्रेस में रहे, लेकिन बाद में उपेक्षित महसूस होने पर उन्होंने दिशा बदलते हुए पहले एनसीपी फिर बाद में भाजपा शामिल हो गए. कुर्मी समाज में उनकी पैठ का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने 2008 विधानसभा चुनाव में भूपेश बघेल को पटखनी दी थी.

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने पूर्व दिग्गज नेता स्व. वासुदेव चंद्राकर की बेटी प्रतिमा चंद्राकर पर भरोसा जताया है. कांग्रेस ने प्रतिमा चंद्राकर को विधानसभा चुनाव में दुर्ग ग्रामीण से प्रत्याशी बनाया था, लेकिन समीकरण कुछ ऐसा बदला कि उनकी टिकट को काटकर पार्टी ने ताम्रध्वज साहू को टिकट थमा दिया. माना जा रहा है लोकसभा चुनाव में प्रतिमा को टिकट देकर एक तरह से पश्चाताप किया है.

 

दुर्ग-भिलाई में विजय बघेल का दबदबा

रही बात प्रभाव क्षेत्र की तो विजय बघेल बाजी मारते नजर आ रहे हैं, क्योंकि पाटन के अलावा दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में उनकी अच्छी खासी पकड़ है. बताते चलें कि विजय बघले ने एनसीपी में रहते हुए वर्ष 2000 में चरोदा नगर पालिका के अध्यक्ष तक निर्वाचित हो चुके हैं. लिहाजा सघन आबादी वाली दुर्ग-भिलाई से लेकर भिलाई-3 तक की पट्टी पर विजय बघेल का दबदबा साफ नजर आता है.

 

दूसरे नेताओं पर निर्भर प्रतिमा चंद्राकर

वहीं कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिमा चंद्राकर अपने स्वर्गीय पिता वासुदेव चंद्राकर कुर्मी समाज में पहचान के भरोसे आगे बढ़ रही हैं. यहां गौर करने वाली बात यह है कि प्रतिमा वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में अपने गृह क्षेत्र दुर्ग ग्रामीण से भाजपा की रमशीला साहू से हार चुकी हैं. वहीं दूसरी ओर साहू समाज को जोड़ने के लिए उन्हें ताम्रध्वज साहू की जरूरत है, जिनका प्रभाव बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र में है.

आयोजनों के जरिए जुड़े रहे लोगों से

23 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए विजय बघेल और प्रतिमा चंद्राकर चुनाव प्रचार में जुट चुके हैं. दोनों ही प्रत्याशी जोर आजमाइश कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल पलड़ा विजय बघेल का भारी नजर आ रहा है, जो नवरात्रि के दौरान हो रहे आयोजन में जुट रहे लोगों के बीच लगातार संपर्क करते रहे. इसके अलावा दुर्ग शहर के साथ उन्होंने वैशाली नगर क्षेत्र में अच्छा खासा प्रचार किया है, जिसमें उन्हें भाजपा विधायक विद्यारतन भसीन का सहयोग मिल रहा है.