शिवा यादव, सुकमा। जिले के कांजीपानी में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में संसदीय सचिव रेखचंद जैन व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना का शुभारंभ किया. इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि हमारी सरकार जो वादा करती है उसे पूरा भी करती है.
छिन्दगढ़ ब्लॉक के कांजीपानी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने कहा कि प्रदेश सरकार की गोधन न्याय योजना आने वाले दिनों में आर्थिक स्थिति को सुधारने वाली योजना बन जाएगी. भूपेश सरकार ने पहले गौठान का निर्माण किया उसके बाद विभिन्न योजनाओं के तहत किसान व ग्रामीणों के आर्थिक सुधारने का प्रयास किया जा रहा है. प्रदेश सरकार महात्मा गांधी व राजीव गांधी के सपनों को साकार कर रही है.
संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि भाजपा ने हमेशा से किसानों के साथ छल किया है. ना तो उन्हे धान का उचित मूल्य दिया और ना ही उनके हित में कई योजना बनाई. इसके अलावा गौ माता के साथ भी भाजपा ने धोखा किया है. उनके सरकार के समय गौ शाला के चारों में भ्रष्ट्राचार हुआ है, लेकिन प्रदेश की 18 महिनों की सरकार ने जनता के हित में कई फैसले लिए है. सभा को कांग्रेस के नेता करण देव, राजू साहू, महेश्वरी बघेल ने भी संबोधित किया. इस दौरान कलेक्टर चंदन कुमार, नूजन कंवर सीईओ समेत कांग्रेस के नेता व ग्रामीण मौजूद थे.
ग्रामीणों से चर्चा के दौरान अधिकारीरास के राजेश मरकाम ने बताया कि गौठान के योजना से हमें बहुत लाभ मिलेगा, साथ ही आवारा घूमने वाले पशुओं को बचाया जा सकेगा. आवारा पशुओं से फसलों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं, अब शासन गोबर भी 2 रुपये किलो की दर से खरीदेगी, जिससे ग्रामीणों को अब गाय बांधकर रखने व गोबर की बिक्री करने से लाभ मिलेगा.
केरलापाल के ग्रामीण सुनील यादव ने बताया कि गोधन न्याय योजना शासन की बहुत ही महत्वकांक्षी योजना है. जिस गोबर को हम बेकार समझते थे, आज हम गोबर बेचकर कुछ पैसे भी कमा सकते हैं. गौठानों के निर्माण से जो फसलों को नुकसान पहुंचता था, उससे भी अब बचाया जा सकेगा. हमारे गांव में पहले लोग गाय ऐसे ही छोड़ दिया करते थे, मगर अब ऐसा नही होगा. गौठान में गाय रख भी सकते है जहां शासन द्वारा काफी सुविधाएं मुहैया की गई है.
कांजीपानी के ग्रामीण धनसाय नाग ने कहा कि गाय से जुड़ी हमारी संस्कृति संस्कार को आगे बढ़ाया जा सकेगा. गौधन योजना से ग्रामीण आर्थिक रूप से मजबूत होंगे, साथ ही हमारी सभ्यता को आगे बढ़ाने में गौठान के माध्यम से ग्रामीणों में काफी उत्साह आप देख सकते हैं. किसान और पशुपालक दोनों के लिए यह बहुत अच्छी योजना है.