रायपुर। विधानसभा में अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए पंचायत एवं स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री 14 साल से सपना देख रहे हैं और उसे पूरा करने में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि गरीबी उन्मूलन के लिए विहान कार्यक्रम के लिए 300 करोड़ रुपए रखे गए हैं, इसमें छोटी-छोटी गतिविधियों को भी शामिल किया गया है.

अजय चंद्राकर ने कहा कि 10 साल में यूपीए सरकार गरीबी की परिभाषा तय नहीं कर पाई. गरीबों के स्वाभिमान का कांग्रेस मजाक बनाती रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज 18,800 गांव ओडीएफ हो चुके हैं. कुल मिलाकर 120 ब्लॉक, 15 जिले ओडीएफ हो चुके हैं. कुंवर बाई इसकी ब्रांड एंबेसडर बन चुकी हैं. इस योजना की सबसे पहले छत्तीसगढ़ में परिकल्पना की थी और इसे हमारी सरकार ने ही शुरू किया था.

अजय चंद्राकर ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए हमने लोन लेकर निगम बना दिया है, 2022 तक सबको आवास दे देंगे. उन्होंने कहा कि हमने मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना शुरू करके सारी योजनाओं को एक साथ जोड़ दिया है. पंचायत राज में सारी नवीन योजनाओं को लाने वाला छत्तीसगढ़ ही पहला राज्य है. उन्होंने कहा कि पेसा कानून में हमने जितना काम किया, उतना किसी राज्य ने नहीं किया.

मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि सरपंच को अब अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाया नहीं जा सकता. पंचायत में समेकित कर प्रणाली लागू करने पर भी विचार कर रहे हैं. बाजार कर समाप्त किया जाएगा. छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री सड़क योजना में फेज 2 की मंजूरी मिल गई है. उन्होंने कहा कि 400 करोड़ रुपए सड़क की मरम्मत के लिए बजट में है. चंद्राकर ने कहा कि हमने पंचायत और ग्रामीण विकास में 4 डिप्लोमा कोर्स शुरू किया है, जिसमें पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत के प्रतिनिधियों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. रूर्बन मिशन 18 जिले में चल रहे हैं. मुख्यमंत्री ने भावनात्मक जुड़ाव के लिए हमर छत्तीसगढ़ योजना भी शुरू की है.

विपक्ष सदन को राजनीति का अखाड़ा बनाना चाहता है, विपक्ष की भूमिका निभाने में कांग्रेस है असफल- अजय चंद्राकर

अजय चंद्राकर ने कहा कि पिछले दो दिनों में आसंदी ने विपक्ष को काफी समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि हमारी मंशा रही है कि बजट सत्र में विभागों के अनुदान मांगों को पारित करते समय विपक्ष मौजूद रहे, लेकिन दुख की बात है कि विपक्ष सदन में मौजूद नहीं है. विपक्ष ने सदन को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है.

अजय चंद्राकर ने कहा कि सदन में हम चर्चा के लिए आते हैं, राजनीति के लिए नहीं. विपक्ष सदन को राजनीति का अखाड़ा बनाना चाहता है. उन्होंने कहा कि विधानमंडल राजनीति के लिए नहीं है. विपक्ष की अपनी भूमिका निभाने में कांग्रेस सफल नहीं हुआ है.