रोहित कश्यप,मुंगेली- मुंगेली नगर पालिका में सीएमओ राजेन्द्र पात्रे के पदस्थापना के बाद से ही नगरपालिका में जनप्रतिनिधियों और सीएमओ के बीच सब कुछ ठीक नही चल रहा है…जाहिर है ऐसे पार्षदों और अधिकारियों के के बीच की लड़ाई में शहर का विकास कार्य अवरुद्ध होगा ही ..जिससे आमलोगों का परेशान होना लाजमी है…नगरीय निकाय चुनाव के बाद से ही नए चुनकर आये जनप्रतिनिधियों एवं सीएमओ के बीच खटपट की चर्चा जोरों पर थी, जो कि आज खुलकर तब सामने आ गया जब बड़ी संख्या में बीजेपी औऱ कांग्रेस के पार्षदों ने मुंगेली नगरपालिका सीएमओ राजेन्द्र पात्रे के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलते हुए कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर 7 दिवस के भीतर हटाये जाने की मांग की है
शिकायत कर्ता बीजेपी एवं कांग्रेस के पार्षदों ने .सीएमओ को नहीं हटाने पर भूख हड़ताल और उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है. दरअसल पार्षदों ने जनप्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार एवं मनमानी का आरोप लगाया है. इसके अलावा अनियमितताओं की शिकायत पर जांच एवं कार्यवाही नहीं करने का भी आरोप लगाया है…पार्षदों ने शिकायत में कहा है कि सीएमओ का जनप्रतिनिधियों के प्रति किये जाने वाले दुर्व्यवहार तथा कार्यो के प्रति लापरवाही बरतने के कारण आये दिन नगर पालिका में तु तु मैं मैं की स्थिति निर्मित हो रही है तथा बार-बार मुगेंली में निमार्णाधीन जल आवर्धन योजना में हो रहे गड़बड़ी की शिकायत करने पर भी कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है.
इन सभी बातों को लेकर आज नगर पालिका के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष सहित कांग्रेस-भाजपा के भारी संख्या में पार्षदों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। कलेक्टर के नाम एसडीएम को सौंपे गये ज्ञापन में बताया गया कि पूर्व में लगे हुये सफाई कर्मचारियों को अपने पद का दुरूपयोग करते हुए उन्हें घर बैठा दिया गया है तथा अपने चहेतों को बिना किसी जानकारी के काम पर लगा दिया गया है जो गलत है. ज्ञापन में आगे बताया गया कि सीएमओ अत्यंत झगड़ालू प्रवृत्ति के है, बात बात में टेंशन में आ जाते है और धमकी देते हुये कहते है कि 6 वर्ष की नौकरी में मेरा 12 बार स्थानांतरण हो चुका है, इससे ज्यादा और क्या होगा. बात-बात में रिपोर्ट करने की धमकी देते हैं. अभी हाल में ही पार्षद मोहित बंजारा तथा कर्मचारी मनोज बंजारा के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करा चुके है, इनका पूर्व रिकार्ड भी खराब है. साथ ही नपा के स्टाफ मनोज बंजारा और पार्षद मोहित बंजारा के द्वारा सिटी कोतवाली मुगेली में भी शिकायत दर्ज करवाया जा चुका है.
उसी प्रकार ज्ञापन के अगले अंश में बताया गया कि मुख्य अभियंता संचालक नगरीय प्रशासन विभाग के एक पत्र का हवाला देते हुए कहा गया है कि निकाय के विभिन्न पेयजल योजनाओं का कार्य अन्य विभागो द्वारा जल आधारित कार्य जल संसाधन विभाग से नियमानुसार जल आबंटन के पश्चात ही प्रारम्भ करने की बात कही गयी थी जिसका पालन सीएमओ ने नही किया. पार्षदों का यह भी आरोप है कि जल आवर्धन योजना के अंतर्गत जो पाइप लाईन विस्तार हो रहा है, सोशल मिडिया के माध्यम से प्रचार होने लगा कि मुगेली में अवैध कालोनी में पाइप लाईन बिछाया जा रहा है, तो मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने अपनी गलती को छिपाने के लिए ठेकेदार मनीष पाइप प्राईवेट लिमिटेड को पत्र लिखकर वैध तथा अवैधकालोनी की सूची भेजकर कार्य नही करने को कहा जाता है. प्रथम आशय से स्पष्ट यह होता है कि वैध अवैध कालोनी की सूची किसने और कब बनाई और यह अधिकार किन्हे प्राप्त है, जब कि इस पत्र में अनुविभागीय अधिकारी के हस्ताक्षर है, जो पूर्णतः गलत है, दूसरी ओर इस पत्र की प्रतिलिपि न तो अध्यक्ष को भेजी गयी है, और न ही कलेक्टर को, जिसकी कापी संलग्न शिकायतकर्ताओं ने की ज्ञापन के साथ की है.
पूर्व में भी संचानालय नगरीय प्रशासन एवं विकास से पत्र संलग्न किया गया जिसमे सीएमओ के द्वारा समय पर स्पष्टी कारण नहीं दिया गया है. ज्ञापन की अंतिम कंडिका में पार्षदों ने शिकायत करते हुये कहा कि किसी भी कार्य को करने पर अगर सीएमओ के केबिन में जाते है तो जनप्रतिनिधियों को धमकी दिया जाता है कि मैं आपके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा एवं झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देते है तथा कहते है कि मंत्रीजी तो मेरे मामा है आप लोग कोई भी शिकायत कर लो मेरा कुछ नही होगा जब मैं चाहूंगा तभी मैं मुंगेली से जाउंगा. इन सभी शिकायतों को लेकर नपा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा कांग्रेस-भाजपा के पार्षदों ने सीएमओ राजेन्द्र पात्रे का स्थानान्तरण एवं उचित कार्यवाही करने एक सप्ताह समय दिया गया. साथ ही कहा गया कि निर्धारित समय में कार्यवाही नही होने पर सभी के द्वारा धरना प्रदर्शन एवं भूख हड़ताल किया जाएगा.