नितिन नामदेव, रायपुर। स्मार्ट सिटी के तहत सालों पहले राजधानी रायपुर का किया गया सौंदर्यीकरण अब बदसूरती का प्रतीक बन गया है. इसका गवाह चौबे कॉलोनी स्थित गीता नगर के समीप स्थित करबला तालाब है, जहां तट पर बनाई गई बाउंड्रीवाल टूट चुकी है, वहीं पाथवे धसक गया है.
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बता दें कि रायपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी ने 4-5 साल पहले तालाबों के सौंदर्याकरण और संरक्षण के तहत ऐतिहासिक करबला तालाब पर डेढ़ करोड़ से ज्यादा खर्च किए थे. निगम ने तालाब का गहरीकरण किया और बीच में टापू बनाया. स्मार्ट सिटी ने चारों ओर पेवर ब्लॉक लगाने के साथ बाउंड्रीवाल की थी. बाउंड्रीवाल अब धंसक गई है. बाउंड्रीवाल बनाने के समय न तो कॉलम और न ही बीम डाला गया था. इस वजह से दीवार धसक कर तालाब में गिरने लगी है.

स्थानीय रहवासी संतोष कुमार यादव ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि जब से यहां पाथवे धसका है. तब से मैं अपने बच्चों को भी यहां लाना बंद कर दिया है. खराब गुणवत्ता के चलते ये बाउंड्रीवाल टूटी है. इसे जल्द से जल्द बनाना चाहिए.

विधायक राजेश मूणत ने किया था निरीक्षण
बता दें कि पिछले दिनों रायपुर पश्चिम विधायक राजेश मूणत ने करबला तालाब का अधिकारियों के साथ निरीक्षण करने के साथ तालाब को सौंदरीकरण कर कब्जा मुक्त करने के निर्देश भी दिए थे. अब नगर निगम तालाब में करीब 2 करोड़ की लागत से फिर से सौंदर्यीकरण होने वाला है. उन्होंने पाथवे और बाउंड्रीवाल की मजबूती पर विशेष ध्यान देने के साथ मजबूत बेस तैयार करने के निर्देश दिए थे, जिससे भविष्य में पाथ-वे धंसे नहीं.
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