पटियाला, पंजाब। पंजाब के पटियाला में काली माता मंदिर के पास दो धार्मिक समूहों के कार्यकर्ताओं में आपस में हिंसक झड़प पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने संज्ञान लिया है और पंजाब चीफ सेक्रेटरी को पत्र भी लिखा है. दरअसल हिंसा में हुए पथराव के कारण कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. आयोग ने मामले पर चीफ सेक्रेटरी अनिरुद्ध तिवारी को पत्र लिख 7 दिन में विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा है. पटियाला में हिंसक झड़प के बाद महौल तनावपूर्ण बना हुआ है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हिंसा पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि पटियाला में दो पक्षों के बीच हुई झड़प बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, मैंने डीजीपी से बात की है, इलाके में शांति बहाल कर दी गई है. हम स्थिति की बारीकी से नजर रख रहे हैं और किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देंगे.पंजाब की शांति और सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है. जानकारी के अनुसार, जुलूस निकालने को लेकर यह हिंसा हुई और पुलिस पर हमला किया गया. पुलिस ने दोनों पक्षों को जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी थी, इस कारण नाराज होकर दोनों पक्षों ने पुलिस पर हमला कर दिया.
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IG राकेश अग्रवाल और SSP नानक सिंह को हटाया गया
पटियाला में शुक्रवार को खालिस्तान विरोधी मार्च में हुई हिंसा के अगले दिन सरकार ने पटियाला के IG राकेश अग्रवाल और SSP नानक सिंह को हटा दिया है. अब मुखविंदर सिंह छीना नए IG और दीपक पारिख नए SSP होंगे. सिटी SP को हटाकर वजीर सिंह खैहरा को लाया गया है. इधर, हिंदू संगठनों ने काली माता मंदिर पर हमले के आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर आज पटियाला में बंद का आह्वान किया है. हालात बिगड़ने की आशंका के चलते प्रशासन ने आज सुबह साढ़े 9 बजे से शाम 6 बजे तक शहर में इंटरनेट बंद कर दिया है. शहर में शुक्रवार शाम से शनिवार सुबह तक कर्फ्यू भी लगाया गया था. पूरे पंजाब में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
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उच्चस्तरीय जांच के आदेश
इधर सीएम भगवंत मान ने चीफ सेक्रेटरी अनिरुद्ध तिवारी और डीजीपी वीके भावरा की अगुआई में अफसरों की आपात बैठक ली. उन्होंने हिंसा पर कड़ी नाराजगी जताते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. इसमें इस हिंसा को लेकर बरती गई पुलिस और प्रशासनिक लापरवाही की भी जांच होगी.
हरीश सिंगला को शिवसेना ने किया बर्खास्त
पुलिस ने देर रात शिवसेना नेता हरीश सिंगला को गिरफ्तार कर लिया. सिंगला ही इस खालिस्तान विरोधी मार्च की अगुआई कर रहे थे. इधर, शिवसेना ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है. देर शाम काली माता मंदिर में हिंदू संगठनों की मीटिंग बुलाई गई थी. सिंगला वहां पहुंचे, तो बहस के बाद उनके साथ मारपीट की गई. उनकी गाड़ी भी तोड़ दी गई. सिंगला के बेटे के साथ भी लोगों ने मारपीट की थी.
जानिए पूरी घटना
पटियाला में शिवसेना के खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च के विरोध में कुछ सिख युवकों ने भी मार्च निकाला. उन्होंने शिव सैनिकों को ‘बंदर सेना’ नाम देते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए. इसी दौरान काली माता मंदिर में हिंदू और सिख संगठनों में भिड़ंत से स्थिति तनावपूर्ण हो गई. दोनों गुटों की ओर से पत्थरबाजी होने लगी. तलवारें भी लहराई गईं. भीड़ को काबू करने के लिए एसएसपी ने पहुंचकर 15 राउंड हवाई फायर किए. इस दौरान एक हिंदू नेता और थाना त्रिपड़ी के एसएचओ कर्मवीर सिंह घायल हुए. उधर, पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा और लुधियाना के सांसद रवनीत बिट्टू सहित विभिन्न सियासी दलों के नेताओं ने घटना की तीखी निंदा की है. शिवसेना नेता हरीश सिंगला ने कहा कि सिख फॉर जस्टिस के संयोजक गुरपतवंत पन्नू ने 29 अप्रैल को खालिस्तान का स्थापना दिवस मनाने की घोषणा की है. इनको जवाब देने के लिए शिवसेना ने भी 29 अप्रैल को खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकालने का ऐलान किया था.
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