आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। बस्तर जिले में कंधे पर सिस्टम चल रहा है. गांव-देहात तक सड़क तक नहीं होने की वजह से लोगों को बीमार लोगों को कंधे पर लादकर 10 किमी तक ले जाना पड़ता है, जहां से एंबुलेंस की सेवा मिल पाती है. इसे भी पढ़ें : हाई कोर्ट के आदेश को लेकर फैलाया जा रहा भ्रम!, भ्रष्टाचार के मामले में जेल जा चुके पूर्व नपा अध्यक्ष को लोग दे रहे बधाई, इधर वर्तमान अध्यक्ष दे रहे सफाई…
मामला दरभा ब्लॉक का है, जहां एलंगनार इलाके के आश्रित गांव कनकापाल के मालापारा तक सड़क न होने के कारण बीमार शख्स को इलाज के लिए कंधे पर ढोकर 10 किमी दूर खोटापदर गांव तक ले जाना पड़ता है, जहां से अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस सेवा उपलब्ध होती है.
हाल ही में गांव के चैतू राम नाग को उल्टी-दस्त के साथ बुखार ने जकड़ लिया. ऐसे में परिवार वालों के कंधे पर ढोकर ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसी तरह कनकापाल के पदरपारा में एक और मरीज कंधे पर ढोकर तोंगपाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.
उपलब्ध करा दिया था एंबुलेंस
ताजा घटनाक्रम पर सीएमएचओ संजय बसाक ने बताया कि हमने एंबुलेंस उपलब्ध करा दिया था, लेकिन रास्ता नहीं होने के कारण गांव नहीं पहुंच पाया. फिलहाल, युवक का अस्तपाल में उपचार किया जा रहा है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक