रोहित कश्यप,मुंगेली. जिला अस्पताल मुंगेली स्थित ब्लड बैंक का लाभ जरूरतमंद मरीजों को नहीं मिल पा रहा है. यही वजह है कि मरीज के परिजन ब्लड के लिए अस्पताल परिसर के घंटों चक्कर लगाते रहते हैं. ऐसा ही एक मामला शनिवार को भी देखने को मिला जहां सेतगंगा थाना क्षेत्र में देखने को मिला.

दऱअसल गीताबाई गेंदले की तबीयत खराब होने पर उसे मुंगेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां बच्चेदानी में ऑपरेशन की बात कहते हुए डॉक्टरों ने ब्लड इंतजाम करने की बात कही. परिजन जब ब्लड के लिए जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में पहुंचे तब यहां के डॉक्टरों ने तो पहले घंटों चक्कर लगवाया और आखिर में ब्लड देने से ही मना कर दिया.

परिजन के मुताबिक डॉक्टर ब्लड बैंक प्रभारी डॉक्टर कंवर ने ब्लड एक्सचेंज की शर्त पर ही ब्लड देने की बात कही. जबकि इमरजेंसी समय में परिजनों ने गिड़गिड़ाते हुए ब्लड की पूरी कीमत अदा करने की बात भी कही. इसके बाद भी जरूरत मन्द मरीज के परिजन को ब्लड नहीं मिल सका. वह भी तब जब शनिवार को ही एसएनजी कॉलेज के करीब 2 दर्जन से छात्रों ने जरूरतमंदों को निशुल्क ब्लड उपलब्ध कराने के लिए ब्लड बैंक में ब्लड डोनेट किया.

इस घटना की जानकारी होने पर ब्लड डोनेट करने वाले छात्रों ने भी हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर ब्लड का व्यवसायी करण करने का आरोप लगाते हुए भविष्य में ब्लड डोनेट करने से इंकार किया. वही ब्लड डोनेट प्रभारी डॉक्टर कंवर ने इमरजेंसी के अलावा अन्य मामले में एक्सचेंज पर ही ब्लड देने की बात कहीं है.