कोंडागांव. कोंडागांव में अब एक ही छत के नीचे मरीजों को अलग-अलग 120 प्रकार के स्वास्थ्य जांच की सुविधा मिलेगी. शहर के जिला अस्पताल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड ’हमर लैब’ का लोकार्पण किया.

पैथोलोजिस्ट डॉ. महेश सांडिया ने बताया कि हमर लैब अत्याधुनिक उपकरणों के साथ एक इंटीग्रेटेड हेल्थ लैब है. यहां जांच से संबंधित सभी संसाधनों का उपयोग एक स्थान पर करते हुए गुणवत्ता पूर्ण जांच सेवाएं मरीजों को उपलब्ध कराई जाएगी. इससे मरीजों को बाहर महंगे दरों पर जांच की समस्या से भी राहत मिलेगी.

हमर लैब में क्लीनिकल पैथोलॉजी, हेमेटोलॉजी, सीरोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री एवं माइक्रोबॉयलोजी अंतर्गत 120 विभिन्न प्रकार की जांच सुविधाएं मरीजों को उपलब्ध कराई जाएगी. इस अवसर पर प्रभारी मंत्री कवासी लखमा, राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम, लोकसभा सांसद दीपक बैज, स्थानीय विधायक मोहन मरकाम, नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप, राष्ट्रीय स्वास्थ्य की मिशन संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला, कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा सहित जनप्रतिनिधि एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे.

ओडिशा के ग्रामीण कर रहे सीएम की तारीफ

हमर लैब का लोकार्पण करने कोंडागांव जिला अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्रशंसा ओडिशा के ग्रामीणों ने की. यहां ओडिशा के नवरंगपुर जिले के खड़का गांव से पहुंचे राजूराम बंजारा और रायगढ़ के नरेश राय मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद नियमित जांच के लिए जिला अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि ओडिशा में सुविधा नहीं होने के कारण उन्हें कोंडागांव आना पड़ा. यहां इलाज की बहुत ही अच्छी सुविधा मिली.


सवा साल में 1632 लोगों की आंखों का हुआ ऑपरेशन
मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. कल्पना मीणा ने बताया कि जिले में 2020 से कोरोना के कारण आंखों का ऑपरेशन रोक दिया गया था, जिसे फरवरी 2021 से फिर से चालू किया गया. इन सवा सालों के दौरान 1632 लोगों की आंखों का ऑपरेशन कर राहत पंहुचाई गई, जिनमें 1144 मरीज मोतियाबिंद के थे. वहीं अप्रैल मे 239 मरीजों का ऑपरेशन किया गया.

एक परिवार की तीन बच्चियों की आंखों को मिली रोशनी
कोंडागांव में आंखों का इलाज शुरू होने से जहां हजारों लोगों की आंखों में रोशनी पहुंची. वहीं फरसगांव तहसील के आलीबेड़ा के अनिल मरकाम की तीन बेटियों की आंखों को रोशनी मिली. अनिल मरकाम की 17 वर्षीय बेटी वन्दना, 23 वर्षीय सवीना और 10 वर्षीय यमुना को मोतियाबिंद था. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लंजोड़ा में पदस्थ नेत्र सहायक अधिकारी सरिता साहू ने इलाज के लिए रायपुर जाने की सलाह दी थी. गरीब पिता इन बच्चियों को रायपुर नहीं ले जा पाए. कोंडागांव में नेत्र विशेषज्ञ की नियुक्ति होने के बाद इन बच्चियों की आंखों का ऑपरेशन किया गया


मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी खिंचाने की दिखी होड़

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कोंडागांव जिला अस्पताल पहुंचने के बाद लोगों में जबरदस्त उत्साह दिखा और लोग उनके साथ सेल्फी खिंचाने की मांग करने लगे. इसके बाद मुख्यमंत्री ने अस्पताल के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही मरीजों के साथ भी सेल्फी ली.