कुंदन कुमार / पटना पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में 31 जुलाई को हुए दोहरे हत्याकांड ने पूरे राज्य को दहला दिया। एम्स में तैनात एक सुरक्षाकर्मी के इकलौते बेटे और बेटी की जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई थी। पटना पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा हुआ है।

युवक से प्रेम संबंध था

प्रेम प्रसंग में मनमुटाव की बात सामने आ रही है जिसके कारण आरोपियों ने खौफनाक बदला लिया। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि सुरक्षाकर्मी की बेटी अंजलि कुमारी (14) का किसी युवक से प्रेम संबंध था। लेकिन आपसी मतभेद और मनमुटाव के बाद आरोपी ने घिनौना कदम उठाया। गिरफ्तार आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसने प्रेम प्रसंग में आई दूरी और विवाद के चलते यह हत्या की। अंजलि के साथ उसका भाई अंशु (12) भी घर पर मौजूद था, इसलिए उसे भी नहीं छोड़ा गया।

घर में अकेले थे दोनों बच्चे

गुरुवार को जब दोनों बच्चे स्कूल से लौटे, उस वक्त घर में कोई नहीं था। इसी बीच आरोपी घर में दाखिल हुआ, दोनों की हत्या की और शवों को बेड पर रखकर आग लगा दी ताकि पूरा मामला हादसे जैसा लगे। आग लगने के बाद घर में मौजूद सभी सामान जल गए और बच्चों की जली हुई लाशें मिलीं, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।

पुलिस ने गठित की थी 8 टीमें

पटना पश्चिमी एसपी भानु प्रताप सिंह ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आठ विशेष जांच टीमों का गठन किया था। अब तक 20 से 25 लोगों से पूछताछ हो चुकी है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने दावा किया है कि घटना में किसी जान-पहचान वाले व्यक्ति का ही हाथ है।

स्थानीय लोगों का प्रदर्शन


घटना की गंभीरता और पुलिस की शुरुआती सुस्ती को लेकर शुक्रवार को स्थानीय लोगों में आक्रोश फूट पड़ा। लोगों ने सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया। फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास ने दुकानों को बंद करवाया और धरने पर बैठ गए। स्थिति को देखते हुए पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा खुद मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को न्याय का भरोसा दिलाया, तब जाकर प्रदर्शन शांत हुआ।