पटना। राजधानी में मेट्रो का पहला ट्रायल रन 3 सितंबर को सफलतापूर्वक हुआ। डिपो के भीतर 800 मीटर के ट्रैक पर मेट्रो ट्रेन को दौड़ाया गया, और यह मेट्रो परियोजना पटना के लिए एक अहम विकास कदम है। मेट्रो का उद्घाटन इस महीने के अंत में होने की संभावना जताई जा रही है, और इस दिशा में काम तेजी से चल रहा है। हालांकि, मेट्रो के उद्घाटन से पहले कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे सामने आए हैं, जिनकी वजह से मेट्रो को सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

मेट्रो स्टेशनों पर गलतियाँ

पटना मेट्रो के कुछ स्टेशन बोर्डों पर इंग्लिश और हिंदी में कई गलतियाँ पाई गई हैं। इनमें सबसे प्रमुख गलती पटना साइंस कॉलेज का नाम है, जिसे हिंदी में पटना विज्ञापन महाविद्यालय लिखा गया है। वहीं, अंग्रेजी में Collage की जगह College होना चाहिए था। इसके अलावा, पटना जंक्शन की स्पेलिंग भी बोर्ड पर गलत Patna Juction के रूप में लिखी गई है। दूसरी ओर, पाटलिपुत्र बस टर्मिनल में पाटलिपुत्र की स्पेलिंग को Patlipura लिखा गया है, जो कि एक बड़ी गलती है।

इन गलतियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं और लोग इन पर जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ यूजर्स ने बिहार की अंग्रेजी को लेकर मजाक उड़ाया, तो कुछ ने इन गलतियों को मेट्रो अधिकारियों की लापरवाही के रूप में देखा।

सोशल मीडिया पर आई प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इन गलतियों पर प्रतिक्रिया दी है। एक यूजर ने लिखा, बिहार में जैसा लोग बोलेंगे, वैसा ही लिखेंगे, लैंग्वेज की टांग तोड़ देते हैं। वहीं, कुछ यूजर्स ने इसे मामूली गलती बताते हुए कहा कि बिहार में ऐसी घटनाएं आम हैं। दूसरी ओर, कुछ ने इन गलतियों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।

मधुबनी पेंटिंग से सजी बोगियां

पारंपरिक कला और संस्कृति को प्रमोट करने के लिए, पटना मेट्रो की बोगियों को मधुबनी पेंटिंग से सजाया गया है। यह पहल बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है। मेट्रो की बोगियों के बाहर और अंदर के हिस्से को नारंगी रंग में रंगा गया है, और मधुबनी पेंटिंग के आकर्षक डिजाइन भी लगाए गए हैं। मेट्रो के भीतर बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों की तस्वीरें, जैसे कि गोलघर, महावीर मंदिर, महाबोधि वृक्ष, और नालंदा खंडहर को भी जगह दी गई है। इस कदम से बिहार के कला प्रेमियों को एक नया अनुभव मिलेगा।

मेट्रो निर्माण कार्य में हो रही देरी

पटना मेट्रो के निर्माण कार्य में कुछ हिस्सों में अभी देरी हो रही है। खेमनीचक के पास पांच पिलरों पर स्लैब चढ़ाना बाकी है, जिसके बाद ही डिपो से मलाही पकड़ी तक मेट्रो ट्रेन की रफ्तार पकड़ी जाएगी। साथ ही, आईएसबीटी मेट्रो स्टेशन का फिनिशिंग वर्क अभी भी अधूरा है, और लिफ्ट और एस्केलेटर की फिनिशिंग भी बाकी है। मेट्रो अधिकारियों के अनुसार, जीरोमाइल, भूतनाथ, और मलाही पकड़ी स्टेशनों का 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, जबकि बाकी 15 प्रतिशत काम बाकी है। इसमें पार्किंग और कुछ अन्य सुविधाओं का कार्य शामिल है।

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