पटना। राजधानी के पारस अस्पताल में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की खुलेआम हुई हत्या को चार महीने से ज्यादा समय बीत चुके हैं लेकिन उस दिन की दहशत आज भी अस्पताल के स्टाफ और पीड़ित परिवार की यादों से मिट नहीं पाई है। अब इस मामले में एक बड़ी कार्रवाई की दिशा में कदम बढ़ गया है। पुलिस ने सभी महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाकर फाइल प्रधान जिला न्यायाधीश को सौंप दी है और पांचों आरोपियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

हिरासत में बेऊर जेल में बंद हैं

लोक अभियोजक राजेश कुमार के मुताबिक, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, वैज्ञानिक-तकनीकी जांच और एफएसएल रिपोर्ट सहित कई अहम सबूत कोर्ट को सौंपे हैं। दाखिल चार्जशीट के आधार पर अदालत ने सभी आरोपियों के खिलाफ संज्ञान ले लिया है। पाँचों आरोपी इस समय न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल में बंद हैं।

सन्नाटा चीखों में बदल गया

17 जुलाई की वह शाम अस्पताल के लिए किसी सदमे से कम नहीं थी, जब ICU में भर्ती चंदन मिश्रा पर ताबड़तोड़ गोलियों की बारिश कर दी गई थी। मात्र 25 सेकंड में 28 गोलियां चलीं और कमरा नंबर 209 का सन्नाटा चीखों में बदल गया। सीसीटीवी फुटेज में दिखी बंदूकों से लैस अपराधियों की बेखौफ एंट्री आज भी देखने वालों को भीतर तक झकझोर देती है।

बंगाल से हुए थे गिरफ्तार

पुलिस जांच में सामने आया कि इस हत्या की सुपारी पुरुलिया जेल में बंद शेरू सिंह ने दी थी जबकि डील निशु खान ने करवाई। शूटर्स को पांच-पांच लाख रुपये देने की बात तय हुई थी। वारदात के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को हाफ एनकाउंटर में पकड़ लिया था और मुख्य आरोपी तौसीफ उर्फ बादशाह को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया था।

जल्द इंसाफ की उम्मीद

अब जब मामला स्पीडी ट्रायल की ओर बढ़ रहा है, पीड़ित परिवार को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें इंसाफ मिलेगा।