पटना। पटना में अपराधियों ने कानून को चुनौती देते हुए 10 सितंबर की रात प्रॉपर्टी डीलर और लोकल नेता आला राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह सनसनीखेज वारदात कॉलेज ऑफ कॉमर्स के पास मुन्ना चक रोड नंबर 17 पर हुई थी, जहां बदमाशों ने रेस्टोरेंट में घुसकर आला राय को गोलियों से छलनी कर दिया था। घटना के बाद से मामले की जांच में पुलिस भी जुट गई थी, लेकिन अभी तक पुलिस को सफलता हासिल नहीं हुई है। वहीं खबर आ रही है कि पुलिस ने हत्या में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली है।

रेस्टोरेंट में भी नहीं बच सके आला राय

बताया जा रहा है कि वारदात के दिन हमले के दौरान आला राय जान बचाने के लिए पास के एक रेस्टोरेंट में घुस गए थे, लेकिन हमलावर भी पीछे-पीछे वहां घुस आए थे और ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शूटर तब तक फायरिंग करते रहे जब तक आला राय की मौत नहीं हो गई थी।

शूटर्स की पहचान, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं

इस वारदात के बाद पुलिस ने जांच तेज करते हुए हत्या में शामिल दो शूटरों की पहचान कर ली है। हालांकि, फिलहाल दोनों आरोपी फरार हैं और पुलिस के दबाव के चलते राज्य से बाहर भाग चुके हैं। पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि दोनों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दूसरे राज्यों में भी छापेमारी की जा रही है और बहुत जल्द उन्हें पकड़ लिया जाएगा।

मसौढ़ी में भी हुई थी छापेमारी

सूत्रों के अनुसार पुलिस ने मसौढ़ी क्षेत्र में भी दोनों शूटर्स को पकड़ने के लिए छापा मारा था लेकिन उन्हें पहले से भनक लग गई और वे मौके से फरार हो गए। इससे साफ है कि आरोपी काफी चालाकी से पुलिस की निगरानी से बच निकलने में सफल हो रहे हैं।

हत्या के पीछे रंजिश की आशंका

पुलिस सूत्रों की मानें तो आला राय के कई लोगों से पुराने विवाद चल रहे थे। पुलिस ने हाल के चार से पांच मामलों को चिन्हित किया जिनमें से किसी एक में इस हत्याकांड की जड़ हो सकती है। SSP के अनुसार असली कारण शूटरों की गिरफ्तारी के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।

पत्नी ने 7 लोगों को बनाया नामजद आरोपी

हत्या के बाद आला राय की पत्नी सजलपति देवी ने पटना के मुन्ना चक निवासी रवि कुमार, मुन्ना कुमार, दीपक कुमार, अशोक साह और वैशाली जिले के राघोपुर के रहने वाले जयकांत राय व सुलेंद्र राय सहित कुल 7 लोगों को नामजद आरोपी बनाया है। इन सभी से पुलिस पूछताछ कर चुकी है और उनकी गतिविधियों पर निगरानी रख रही है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

पटना पुलिस पर सवाल, कब मिलेगा न्याय?

इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस ने पटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हत्या को लेकर शहर में आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय पर सुरक्षा मुहैया कराई गई होती तो शायद ये हत्या टल सकती थी। अब सभी की नजरें पुलिस पर टिकी हैं कि वह कब इस केस में मुख्य आरोपियों तक पहुंचती है और आला राय के हत्यारों को सलाखों के पीछे भेजती है।