समस्तीपुर/पटना। बुधवार की सुबह रोसड़ा नगर परिषद के एक्जीक्यूटिव ऑफिसर उपेंद्रनाथ वर्मा के घर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम उनके पटना और समस्तीपुर स्थित ठिकानों पर पहुची। करीब 7 घंटे तक चली इस छापेमारी में जो तस्वीर सामने आई, उसने पूरे प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है।

FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई

निगरानी टीम ने दोनों जगहों से 10.5 लाख रुपये से अधिक नकद, पटना स्थित आवास से 27 लाख रुपये से ज्यादा की ज्वेलरी, और कुल 14 जमीनों की डीड जब्त की है। इसके अलावा कई बीमा कंपनियों में निवेश संबंधी दस्तावेज, एक इनोवा, एक स्विफ्ट डिज़ायर कार और बैंक पासबुक भी कब्जे में लिए गए हैं। DSP अभिजीत कौर के अनुसार, गुप्त जांच में वर्मा के पास लगभग 1 करोड़ 17 लाख रुपये की संदिग्ध आय से अधिक संपत्ति का पता चला था, जिसके बाद FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई।

5 लाख 600 रुपये नकद मिले

समस्तीपुर में उस समय दिलचस्प दृश्य देखने को मिला, जब वर्मा के किराए के कमरे का कैमरा बंद पाया गया। अधिकारी मौके पर नहीं थे। इसके बाद मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कमरा खोला गया, जहां अलमारी से 5 लाख 600 रुपये नकद मिले। वर्मा यहां लगभग एक साल से पदस्थापित हैं।करीब 11 सदस्यीय टीम तीन गाड़ियों से रेड में शामिल हुई थी। DSP, इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबलों की संयुक्त टीम ने तलाशी प्रक्रिया पूरी की।

मैं किसान परिवार से हूं

उधर, उपेंद्रनाथ वर्मा ने अपना बचाव करते हुए कहा मेरे खिलाफ गहरी साजिश है। मैं किसान परिवार से हूं। ये मेरी पारिवारिक संपत्ति है। इसके सभी पेपर्स कोर्ट में पेश करूंगा। मेरे पास सिर्फ एक सैलरी अकाउंट है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने उनके खिलाफ आय से 86.3% अधिक संपत्ति रखने का मामला दर्ज किया है। अब आगे की कानूनी कार्रवाई उनके दावों और जब्त दस्तावेजों, दोनों की कसौटी पर तय होगी।