पटना। राजधानी में ठंड ने दस्तक दे दी है और इसका असर अब लोगों की दिनचर्या से लेकर मनोरंजन स्थलों तक दिखने लगा है। बढ़ती सर्दी को देखते हुए पटना के सभी प्रमुख पार्कों और संजय गांधी जैविक उद्यान (पटना जू) के खुलने और बंद होने का समय बदल दिया गया है। यह नया शेड्यूल आज से लागू हो गया है और फरवरी तक प्रभावी रहेगा।
सुबह 6 से शाम 5 बजे तक खुलेगा
जू प्रशासन ने बताया कि ठंड के मौसम में सूर्योदय देर से और सूर्यास्त जल्दी होने की वजह से समय में बदलाव किया गया है। अब पटना जू सुबह 6 बजे खुलेगा और शाम 5 बजे बंद हो जाएगा। सुबह के समय मॉर्निंग वॉकर्स को 9 बजे तक प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जबकि 9 बजे के बाद आम दर्शकों के लिए टिकट काउंटर खुलेंगे।
एक एक घंटे समय घटाया
गर्मी के दिनों में जहां जू सुबह 5 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता था, वहीं सर्दी के मौसम में सुरक्षा और विजिटर्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सुबह और शाम दोनों ओर से एक-एक घंटे का समय घटाया गया है।
सभी पार्कों के समय में भी बदलाव
केवल जू ही नहीं बल्कि राजधानी के अन्य प्रमुख पार्कों जैसे ईको पार्क, बुद्धा स्मृति पार्क, चिल्ड्रन पार्क और राजवंशी नगर पार्क आदि के समय में भी संशोधन किया गया है।
अब ये सभी पार्क सुबह 5:30 बजे से शाम 7:30 बजे तक खुले रहेंगे।
इस लिए किया गया बदलाव
नगर निगम और पर्यावरण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हर साल मौसम के अनुसार पार्कों का टाइमिंग एडजस्ट किया जाता है ताकि लोगों को सुरक्षित और आरामदायक माहौल मिल सके। ठंड के मौसम में जल्दी अंधेरा होने के कारण यह बदलाव जरूरी माना गया है।
संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद
जू प्रशासन के अनुसार, पटना जू में रोजाना औसतन 6 हजार विजिटर्स आते हैं, जबकि सर्दियों के मौसम में यह संख्या 8 से 9 हजार तक पहुंच जाती है। प्रवेश शुल्क पूर्ववत रहेगा। वयस्कों के लिए 50 और बच्चों के लिए 20। इसके अलावा बोटिंग, एक्वेरियम और शिशु उद्यान जैसी गतिविधियों के लिए अलग से टिकट दरें तय हैं।
गर्माहट की तैयारी शुरू
ठंड का असर अब जू के जानवरों पर भी दिखने लगा है। प्रशासन ने उनके लिए विशेष व्यवस्था की शुरुआत कर दी है।
पिंजरों में हीटर, बल्ब और गर्म हवा वाले ब्लोअर लगाए जा रहे हैं ताकि तापमान सामान्य बना रहे। शेर, बाघ, हाथी, हिरण और बंदरों जैसे जंगली जानवरों के लिए गरमाहट वाला बिछावन और विशेष आहार तैयार किया जा रहा है। कई केजों में कंबल और मोटी परत वाले मैट भी बिछाए जाएंगे ताकि जानवर ठंडी हवाओं से सुरक्षित रहें।
तैयारियों को पूरा कर लेते हैं
जू के एक अधिकारी ने बताया हम हर साल सर्दी शुरू होने से पहले इन तैयारियों को पूरा कर लेते हैं। हमारा मकसद है कि किसी भी जानवर को ठंड से परेशानी न हो और उनके रहने के माहौल में आराम बना रहे।
नया टाइम-टेबल लागू कर दिया गया
जू प्रबंधन का कहना है कि यह बदलाव न सिर्फ ठंड के मौसम को देखते हुए किया गया है, बल्कि सुरक्षा कारणों से भी जरूरी था। अंधेरा जल्दी होने की वजह से विजिटर्स के लिए निकलना और स्टाफ के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। इसलिए सुबह और शाम के समय में कटौती कर, फरवरी तक के लिए नया टाइम-टेबल लागू कर दिया गया है।
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