रमेश सिन्हा, पिथौरा। जमीन अफरातफरी के दो अलग-अलग मामलों में पुलिस ने पटवारी और उसके निजी सहायक सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया है. पुलिस कार्रवाई से जमीन के फर्जीवाड़े में लगे लोगों में हड़कंप की स्थिति है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, विगत 2 अक्टूबर को दर्ज एक प्राथमिकी में ग्राम जमहर के एक कृषक पर ग्रामीणों से मोटी रकम लेकर उनका फर्जी पट्टा बनाने एवं बाद में उसी पट्टे से केसीसी ऋण निकलवाने की रिपोर्ट ग्राम जमहर के ही संतराम चौहान ने की थी. थाना प्रभारी कमल पुसाम ने मामले की जांच में कोकोभाटा क्षेत्र के पटवारी अनिल बरिहा और उसके निजी सहायक नकुल सिंह को प्रथम दृष्टया दोषी पाया. आरोपियों ने आनन्द राम पटेल की कुल 5 एकड़ भूमि को आसपास की भूमि मिला कर कूटरचना करते हुए 25 एकड़ बना दिया. इसके बाद इसी जमीन के नाम से बैंक से केसीसी भी बनवा कर ऋण भी ले लिया. इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया.
इसके अलावा दिवाली के दिन फर्जी सील एवम हस्ताक्षर कर किसानों से लाखों रुपये ऐंठने के आरोप में गिरोह के सरगना उत्तम मजूमदार सहित कुल सात लोगों को पकड़ कर रिमांड में जेल भेजा था. मामले की जांच में थाना प्रभारी पुसाम ने शेष आरोपियों में एक चिखली के शिक्षक राजनाथ भोई को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. शिक्षक राजू नाथ भोई अपने क्षेत्र के ग्रामीणों को पट्टा बनवाने के लिए प्रोत्साहित कर कमीशन में उत्तम मजूमदार से पट्टा बनवा कर केसीसी ऋण निकलवाता था. इन सभी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 420 467 468 471 34 के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है.
सक्रिय हुआ पटवारी संघ
मामले में पिथौरा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पुपलेश कुमार ने बताया कि पटवारी संघ का ज्ञापन मुझे मिला है. उचित जांच कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.