संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. मुंगेली जिले के लोरमी तहसील अंतर्गत खुड़िया धान उपार्जन केंद्र में एकबार फिर फर्जीवाड़े का मामला उजागर हुआ है. जहां वन भूमि के पट्टे की जमीन में खेती नहीं हुई है. इसके बाद भी सैकड़ों एकड़ का फर्जी सत्यापन और गिरदावरी के आधार पर धान उपार्जन केंद्र खुड़िया में अलग-अलग किसानों के नाम से हजारों क्विंटल का टोकन जारी करते हुए नियम के खिलाफ समर्थन मूल्य में धान की बिक्री की गई.
पूरा मामला खुड़िया वन परिक्षेत्र अंतर्गत कक्ष क्रमांक 492 सहित अन्य खसरे की जमीन का है. जिसे क्षेत्र के किसानों को वन अधिकार के तहत पट्टा तो जारी किया गया है, लेकिन आबंटित वन अधिकार पट्टे की जमीन में अधिकतर किसानों का कब्जा नहीं है. उक्त जमीन में वन विभाग खुड़िया का कब्जा है. इसके अलावा किसानों के द्वारा वहां धान की खेती नहीं की गई. बावजूद इसके फर्जीवाड़ा करते हुए उक्त जमीन का पंजीयन पटवारी और ग्रामसेवक की मिलीभगत से कर दिया गया. इसी के आधार पर लाखों रुपए की गड़बड़ी की गई है.
बता दें कि, धान उपार्जन केंद्र खुड़िया वन क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ भूमि है, लेकिन खुड़िया धान खरीदी क्षेत्र के पटवारी और ग्रामसेवक की मिलीभगत से जिन खेतों में फसल नहीं हई उन खेतों के रकबों का फर्जी पंजीयन कर दिया गया है. इसके अलावा उसी पंजीयन के आधार पर धड़ल्ले से धान की बिक्री भी की गई है.
जानकारी के अनुसार खुड़िया क्षेत्र के पटवारी और ग्रामसेवक की मिलीभगत से फर्जी गिरदावरी भरते हुए धान बेचने के लिए पंजीयन कराया गया है. वहीं कई वर्षों से यहां हुए धान की खरीदी की जांच में फर्जी पंजीयन के आधार पर करोड़ों रुपए की गड़बड़ी उजागर होने की संभावना है. दरअसल जिन खेतों में धान की पैदावार हुई ही नहीं, उसका पंजीयन कैसे हुआ?
वहीं नियम के अनुसार संबंधित पटवारी को किसान की भूमि में निरीक्षण के बाद ही गिरदावरी रिपोर्ट बनाना था, लेकिन नियम का पालन नहीं किया गया. वहीं इसको लेकर बीजेपी किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि, जहां धान की फसल नहीं हुई है, वहां के अधिकत्तर जमीन का सत्यापन और गिरदावरी के बिना ही उपज बताकर फर्जी पंजीयन करवाते हुए धान बिकवाया गया. इसकी लिखित शिकायत एसडीएम कार्यालय में की गई है, लेकिन अब तक जांच नहीं की गई.
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आगे उन्होंने कहा 7 दिन के भीतर जांच के बाद कार्रवाई नहीं होती तो भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा.
आरोप यह भी है कि खुड़िया क्षेत्र के पटवारी राकेश वैष्णव ने गड़बड़ी करते हुए दफ्तर से गिरदावरी दर्ज किया है. जिसके आधार पर उक्त खसरा नंबर की जमीन का पंजीयन हुआ है, लेकिन मामला उजागर होने के बाद अब जांच की बात कह रहे हैं. वहीं इस मामले में लोरमी एसडीएम मेनका प्रधान ने जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है.
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