महासमुंद. जिले के पिथौरा राजस्व विभाग के दो पटवारी के खिलाफ लंबे समय से क्षेत्र के पीड़ित किसान शिकायत करते आ रहे हैं. इसके चलते एसडीएम रवि राज ठाकुर ने पिथौरा राजस्व मंडल के 13 पटवारियों का 3 अप्रैल को तबादला आदेश जारी किया, लेकिन पटवारी आदेश का पालन करने के बजाय आदेश को निरस्त की बात कह रहे हैं. अगर आदेश निरस्त नही की गई तो आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे हैं. वहीं इससे क्षेत्र के किसान नाराज हैं.

किसानों और सामाजिक कार्यकर्ता ने आज एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि अगर पटवारी नवीन पदस्थापना में 24 घंटे के भीतर नहीं गए तो पटवारियों के खिलाफ धरना देंगे. दरअसल मामला यह है कि कमलेश कुमार डहरे और डायमंड साहू के उपर चरौदा, कोटगढ, मेमरा के किसानों ने आरोप लगाया है कि ये पटवारी किसानों के काम के लिए मोटी रकम की मांग करते हैं. बीना पैसे दिए उनके कामों को नही किया जाता.

पटवारी आफिस देख रह जाएंगे हैरान

किसानों ने बताया, पटवारी किसानों से किसान खिताब बनाने फौत, नामंत्रण के लिए 10000 से लेकर 20 हजार, 3000 हजार तक लेते हैं. पहले एडवांस लिया जाता है फिर अगर आप कम पैसे देते हैं तो आपके काम को अधूरे करके बार-बार अपने कार्यकाल के चक्कर कटवाते हैं. कमलेश डहरे एवं डायमंड साहू का आफिस देखकर आप हैरान हो जाएंगे. बकायदा चार लोगों को अपने आफिस में वर्कर रखकर लैपटाप तीन सेट रखा है. साथ ही तहसीलदार के आफिस से भी बडा कार्यकाल खोलकर खुलेआम किसानो से उनके कार्यों के लिए पैसो की डिमांड किया जाता है.

दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर सुधरवाने लेते है मोटी रकम

किसानों ने बताया, किसानों से पैसे लेने के लिए इन दो पटवारी द्वारा किसानों के दस्तावेज के साथ छेड़छाड़ कर उनको परेशान किया जाता है. उनके रिकार्ड से छेड़छाड़ करके उनको सुधार के लिए एक लाख से दो लाख लिया जाता है. बेचारे किसान अपनी हक की जमीन को बचाने पटवारी रिकार्ड में दुरुस्त कराने मजबूर हो जाते हैं और उन्हें पैसै देते हैं. इनकी शिकायत क्षेत्र के किसान एसडीएम से किए थे.

शिकायत पर स्थानांतरण किया है: एसडीएम

पिथौरा एसडीएम ने किसानों की शिकायत पर अन्य जगहों पर पटवारियों को 3 अप्रैल को स्थानांतरित किया था. आज 10 अप्रैल तक पटवारी उन जगहों पर नहीं गए हैं. अब किसान व सामाजिक कार्यकर्ता फिर से आंदोलन की चेतावनी दी है. इस मामले में एसडीएम पिथौरा रवि राज ठाकुर ने कहा, 13 पटवारी का स्थानांतरण किया गया है. 3 अप्रैल को किसानों की शिकायताें पर आदेश जारी हो गया है. पटवारी अपने नए जगहों पर जाएंगे.