मुंबई. इन दिनों महाराष्ट्र विधानमंडल का बजट सत्र चल रहा. इसी दौरान सोशल मीडिया में वायरल हुई एक फिल्म (वीडियो) के कारण राकां (शरद पवार गुट) के तेज तर्रार विधायक रोहित पवार मुश्किल में पड़ते नजर आ रहे हैं. दरअसल वीडियो में मराठा समाज के आरक्षण को लेकर बनाई गई इस वीडियो में देवेंद्र फडणवीस को खलनायक साबित करने का प्रयास किया गया.
दो समाजों में वैमनस्यता बढ़ानेवाली इस वीडियो को प्रसारित करने वाले को पुलिस ने पकड़ा लेकिन रोहित ने उसे रिहा करने के लिए पुलिस पर दबाव बनाया. इसकी जांच के आदेश विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने दिए हैं. फडणवीस को लेकर धमकी एवं आपत्तिजनक बातोंवाली कुछ वीडियो में सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं. इन वीडियो के संबंध में मुंबई की सांताक्रुज पुलिस ने योगेश सावंत नामक एक युवक को हिरासत में लिया था.
राम कदम ने उठाया मुद्दा
योगेश सावंत बारामती का रहने वाला है. आरोप है कि रोहित पवार ने पुलिस को फोन करके योगेश को रिहा करने के लिए दबाव बनाया था. इस मुद्दे को बीजेपी विधायक राम कदम ने गुरुवार को विधानसभा में उठाया. जिसके बाद विस अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने पूरे मामले में रोहित पवार की भूमिका की जांच के आदेश दिए हैं.