Paytm IPO controversy Case: बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) ने नवंबर 2021 में आईपीओ पेशकश के दौरान पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा और बोर्ड के सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह नोटिस आईपीओ के दौरान तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के आरोपों से जुड़ा है।
पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड का शेयर नवंबर 2021 में लिस्ट हुआ था। मनीकंट्रोल ने लोगों के हवाले से एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। सेबी ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की सूचना के आधार पर यह जांच शुरू की है। रिपोर्ट के मुताबिक मामले से वाकिफ लोगों ने बताया कि आरबीआई ने इस साल की शुरुआत में पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच की थी। Read More – Anant Ambani और Radhika Merchant की शादी की रस्में हुईं शुरू, मामेरु रस्म में दिखा पूरा परिवार ...
पेटीएम के शेयर में करीब 5% की गिरावट
पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के शेयर में आज 4% से ज्यादा की गिरावट है। इसके शेयर ने पिछले 5 दिनों में 8.59%, 1 साल में 40.06% और इस साल अब तक 18.10% का निगेटिव रिटर्न दिया है। हालांकि, पिछले 1 महीने में इसके शेयर में 3.95% और 6 महीने में 23.60% की तेजी देखने को मिली है।
सेबी ने पहले निदेशकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था
इस मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि जब आईपीओ के लिए दस्तावेज भेजे गए थे, तब विजय शेखर शर्मा के पास कंपनी का प्रबंधन नियंत्रण था और वे कर्मचारी नहीं थे। इसीलिए सेबी ने उस समय कंपनी के उन निदेशकों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिन्होंने विजय शेखर शर्मा के रुख का समर्थन किया था। Read More – Anant Ambani और Radhika Merchant की शादी की रस्में हुईं शुरू, मामेरु रस्म में दिखा पूरा परिवार ...
शेयर की लिस्टिंग के बाद शर्मा कर्मचारी स्टॉक ऑप्शन (ईएसओपी) के लिए अयोग्य हो गए, क्योंकि सेबी के नियमों के अनुसार, आईपीओ के बाद प्रमोटरों को ईएसओपी नहीं मिलता है।
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