जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के नेता और वीसी शुक्ल के करीबी रहे विधान मिश्रा अजीत जोगी की पार्टी की ओर से एक नया राजनीतिक दांव खेल दिया है. उन्होंने प्रदेश के किसी बड़े संस्थान का नाम वीसी शुक्ल के नाम पर की मांग सीएम से की है. यही नहीं अब पुनिया को पत्र लिखकर उनसे वीसी के नाम पर कांग्रेस भवन या अन्य किसी संस्थान को रखने की मांग की है.

पूर्व कांग्रेसी नेता विधान मिश्रा ने दावा किया कि अगर वीसी शुक्ल होते तो अजीत जोगी कांग्रेस में होते. पार्टी का विभाजन नहीं होता. गौरतलब है कि करीब साल भर पहले अजीत जोगी ने कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बनाई थी.

हालांकि उनका ये बयान हैरानी भरा है. क्योंकि अजीत जोगी की वजह से ही वीसी शुक्ल ने पार्टी छोड़ी थी और ताउम्र वे जोगी के सबसे कड़े विरोधी रहे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पर कब्जा करने वालों ने ही कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया. उन्होंने दावा किया कि वीसी समर्थक आज अजीत जोगी के साथ हैं.

उन्होंने भूपेश का नाम लिए बिना कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले वीसी के विरोधी रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के भीतर ब्राह्मण विरोधी राजनीति हो रही है. कुछ नेताओं ने कांग्रेस जातिगत राजनीति को बढ़ावा दिया है.