रायपुर. नारायणपुर मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष मोहन मरकाम ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है. बस्तर के मामले में केदार कश्यप और उनकी पूरी टीम जनजाति सुरक्षा मंच के नाम से लोगों को मारने-पीटने के काम में लगी हुई है. जो नारायणपुर की घटना घटी, वहां केदार कश्यप का विधानसभा क्षेत्र भी है. वह 15 साल तक मंत्री रहे. उनके उकसावे में आदिवासी समाज को आगे करके आग लगाने का काम भाजपा के नेताओं के द्वारा किया गया है.

आगे मराकम ने कहा, जो हमले हुए हैं एसपी और पुलिस अधिकारियों पर भाजपा के नेताओं की सोची समझी साजिश है. हम पहले भी कहते रहे हैं. भाजपा फूट डालो राज करो की नीति पर चलती है. बस्तर को अशांत करने का प्रयास करती है. 15 साल सरकार में रहे बस्तर के विकास को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया. जब से बाहर चले गए है इस तरह के हथकंडे भाजपा के नेता अपना रहे हैं.

दिल्ली में भाजपा नेताओं की बैठक को लेकर मोहन मरकाम ने कहा, छत्तीसगढ़ की जनता ने 9 सांसदों को लोकसभा में भेजा है. केंद्र सरकार ने लगातार छत्तीसगढ़ की उपेक्षा की है. मंत्रिमंडल में भी छत्तीसगढ़ के सांसदों को मौका मिलना चाहिए. भाजपा छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार करती है. 55 हजार करोड़ रुपए केंद्र सरकार से छत्तीसगढ़ को लेना है. सौतेला व्यवहार करके छत्तीसगढ़ की राशि को नहीं दे रहे हैं. 9 सांसद दिए हैं, केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलना चाहिए. 2023 का चुनाव नवंबर में होना है, इसलिए मुझे लगता है केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी. जहां विधानसभा चुनाव होने हैं उन राज्यों को प्रतिनिधित्व देने का मौका मिलेगा. लेकिन उससे छत्तीसगढ़ में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. 2023 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी.

आगे उन्होंने कहा, जहां लोगों को बांटने का काम किया जाएगा. धर्म के नाम पर सम्प्रदाय के नाम पर लोगों को मारा पीटा जाएगा उनको घर से निकाला जाएगा. उनके जो मौलिक अधिकार है संविधान में देश के नागरिकों को मौलिक अधिकार है स्वतंत्र रूप से वह अपने धर्म सम्प्रदाय के अनुसार पूजा आराधना कर सकता है. देश के कोई भी कोने में भी जाकर रह सकता है. वहां के नागरिकों को मौलिक अधिकारों के हनन करने का काम भाजपा और भाजपा के नेता कर रहे हैं. स्वाभाविक है ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. क्योंकि एसपी और हमारे आदिवासी समाज अन्य समाज के लोगों को मारने का काम और आदिवासियों को आदिवासियों से लड़ाने का काम करती है.

साथ ही मरकाम ने यह भी कहा कि, इमरजेंसी कहां की स्थिति है कानून सबके लिए बराबर होता है. एसपी के ऊपर हमला करेंगे. लोगों के पूजा स्थलों पर हमला करेंगे तो स्वाभाविक है ऐसे लोगों पर कार्रवाई करेंगे. जब जब चुनाव नजदीक आता है वैसे धर्म के नाम पर भाजपा फूट डालो और राज करो की नीति, धर्म को धर्म से लड़ाने की राजनीति करती है.

वहीं बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर भी मोहन मरकाम ने पलटवार किया है. मरकाम ने कहा, केंद्र में बैठी मोदी सरकार पूरे देश में इमरजेंसी जैसी स्थिति ला दी है. उनके हम दो हमारे दो के जो नेता हैं. उनके विरुद्ध कोई जाता है तो उनके ऊपर कार्रवाई शुरू होती है. भाजपा के नेताओं को केंद्र से कहना चाहिए उन्होंने जो इमरजेंसी जैसी स्थिति केंद्र सरकार ने लगा दी है.