हेमंत शर्मा, रायपुर। प्रदेश में धान खरीदी को लेकर सियासत जारी है. धान की खरीदी 2500 रुपए, बोनस और सेंट्रल पूल में चावल लेने की मांग को लेकर कांग्रेस किसानों के साथ एक बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी कर रही है. सीएम भूपेश बघेल के साथ सुकमा दौरे पर जाने से पहले पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने गुरुवार धान खरीदी पर केन्द्र सरकार की बेरूखी पर पत्रकारों से चर्चा की.
एयरपोर्ट पर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ का धान नहीं खरीदने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार को हीरे और बॉक्साइट समेत छत्तीसगढ़ से जाने वाले अन्य संसाधनों की आपूर्ति बंद भी हो सकती है. इस दौरान मोहन मरकाम ने केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि, केंद्र छत्तीसगढ़ से हीरे और बॉक्साइट ले सकता है. लेकिन मेहनतकश किसानों का चावल क्यो नहीं ले रहा? वहीं मोहन मरकाम ने कहा कि हमें अब भी भरोसा है केंद्र सरकार राज्य सरकार की बात मानेगी.
बता दें कि धान खरीदी मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने केंद्र सरकार को आर्थिक नाकेबंदी की बुधवार को खुली धमकी दी थी. मोहन मरकाम ने कहा था कि जरूरत पड़ने पर छत्तीसगढ़ में आर्थिक नाकेबंदी भी करेंगे. मोदी को कोयला और खनिज से प्यार है. और धान से इंकार है. हम किसानों के हक के लिए हर हाल में हर स्थिति तक लड़ाई लडेंगे. मोदी सरकार के भेदभाव को छत्तीसगढ़ के लोग नहीं सहेंगे.
गौरतलब है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की भूपेश सरकार ने चुनाव के दौरान अपने घोषणा पत्र में किसानों को 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल देने का वादा किया था. प्रदेश सरकार समर्थन मूल्य के लिए केन्द्र सरकार को चिट्ठी लिख चुकी है.