पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा। जैन सन्त आचार्य महाश्रमण जी आज देर शाम पदयात्रा करते सुकमा जिले के गादीरास से चिंगावारम पदयात्रा करते हुये दंतेवाड़ा की सरहद पर बसे गांव भूसारास पहुँचे. यहां रात्रि विश्राम कर आगे की यात्रा कल आरम्भ करेंगे.

समाज हित के 3 मूल उद्देश्य शांति, सद्भावना और नशामुक्ति से सुंदर समाज का सृजन हो, इस कामना की पूर्ति के लिये आचार्य श्री महाश्रमण जी 3 देशों और 19 राज्यों को अपने पदचिन्हों से नापते हुये दंतेवाड़ा पहुँचे हैं. दिल्ली के लाल किले से आरंभ हुई इस यात्रा में आचार्य जी अब तक 13 हजार किलोमीटर से अधिक चल चुके हैं.

देर शाम जब आचार्य जी के रजकमल भूसारास जैसे बीहड़ के गांव में अहिंसा और शांति का संदेश लेकर पड़े तो उनके स्वागत सत्कार ताराचंद बुरड़, किशनलाल, परमार व संघ के कई वरिष्ठों द्वारा किया. भूसारास के बाद आचार्य जी की पदयात्रा मोखपाल, नकुलनार, दंतेवाड़ा व गीदम होते हुये बस्तर जिले में प्रवेश कर जाएगी.