बेमेतरा। धान खरीदी के लिए वितरित टोकन का वेरिफिकेशन के लिए पहुंचे एसडीएम को गुस्साए किसानों ने धान खरीदी केंद्र में ही बंधन बना लिया है. घटना की जानकारी होने के सात घंटे बाद भी न तो कोई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और न ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. घटना नवागढ़ ब्लॉक के संबलपुर की है.

जानकारी के अनुसार, धान खरीदी के लिए पंद्रह दिन पहले वितरित टोकन का वेरीफिकेशन के लिए नवागढ़ एसडीएम डीआर डाहिरे संबलपुर स्थित धान खरीदी केंद्र पहुंचे थे. पंद्रह दिनों के दौरान हुई बारिश से धान खराब होने से गुस्साए किसान अधिकारी के आने की खबर सुनते ही केंद्र पहुंच गए और केंद्र में ही उनसे सवाल-जवाब करने लगे. माकूल जवाब नहीं मिलने से नाराज किसानों ने उन्हें केंद्र के ही भीतर रोके रखा हुआ है.

हैरानी वाली बात यह है कि घटना की सूचना मिलने के बाद न तो बेमेतरा जिले के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने और न ही स्थानीय पुलिस थाना की ओर से एसडीएम को छुड़ाने या किसानों को समझाने की कोई पहल नहीं की गई है. वहीं दूसरी ओर घटना की जानकारी मिलने के बाद अन्य किसान भी केंद्र की ओर पहुंच रहे हैं.

जानकारों के अनुसार, बेमेतरा जिले में धान खरीदी की स्थिति चिंताजनक है. नवागढ़ की ही बात करें तो 650 किसान अब तक धान नहीं बेच पाए हैं, जिनका करीबन 35 हजार क्विंटल से ज्यादा का धान नहीं बिक पाया है. इस बीच पानी गिर जाने से धान खराब होने से किसानों की धान नहीं खरीदे जाने की चिंता सता रही है. किसानों का यही चिंता अधिकारी के आने पर गुस्से के तौर पर तब्दील हो गई है, जिसे संभालने में किसी अधिकारी की दिलचस्पी नहीं दिखा पाना प्रशासन के बीच बनी खाई को उजागर कर रहा है.