विप्लव गुप्ता,पेंड्रा। कोरोना महामारी के बीच कुछ समाजसेवी संगठनों ने मानवता को जिंदा रखा है. अपने जान की परवाह किए बगैर कोरोना पीड़ितों, उनके परिवारों और गरीब असहायों की मदद करने में जुटे हैं. गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिले में 31 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है. ऐसे समय में सामाजिक संस्था अक्षयपात्र समिति ने पेण्ड्रा नगर और उसके आस-पास कोरोना संक्रमितों और गरीब वर्ग के लोगों को निशुल्क दो वक्त का खाना उपलब्ध करा रही है. लॉकडाउन के समय गरमा गरम भोजन पाकर जरूरतमंद काफी खुश है.

मदद के लिए आगे आया अक्षयपात्र समिति

कोरोना की वजह से लॉकडाउन लगने से मध्यवर्गीय परिवार की स्थिति खराब हो गई है. सबसे ज्यादा परेशानी उन परिवारों को हुई है, जिनके यहां गृहिणी कोरोना संक्रमित हो जाती हैं. ऐसे में भोजन बनाने काफी दिक्कत होती है. पेंड्रा में कई परिवार है, जो इसका शिकार हुए हैं. यही वजह है कि युवाओं ने एक समिति बनाई. जिसका नाम अक्षयपात्र समिति रखा.

रोज 250 से 300 लोगों की मिट रही भूख

समिति के सदस्यों ने आपस में अंशदान कर दाल, चावल, सब्जी, रोटी बनाकर घर-घर पहुंचाने का निर्णय लिया. भोजन पकाने वाले कामगारों की व्यवस्था के साथ-साथ ही राशन की व्यवस्था की गई है. रोजाना सुबह 7 बजे से कामगार मिले राशन के हिसाब से खाना बनाना शुरू कर देते हैं. जिससे करीब 250 से 300 लोगों को भोजन घर पहुंचाकर दिया जाता है. इसके लिए युवा श्रमदान भी करते हैं.

इसे भी पढ़ें- 

सुबह-शाम एक-एक घंटे बांट रहे भोजन

अक्षयपात्र समिति करीब एक महीने से रोज सुबह-शाम निशुल्क भोजन जरूरतमंदों के घर-घर पहुंचाकर दे रही है. सुबह 11 से 12 बजे के बीच प्रभावित परिवारों के घर प्रति सदस्य के हिसाब से भोजन के पैकेट बांट रहे हैं. वहीं शाम को 7 से 8 बजे के बीच भोजन बांटा जाता है. घर में घर जैसा खाना मिलने से लोग भी काफी संतुष्ट हैं.

31 मई तक बढ़ा लॉकडाउन, आज मिले 79 केस

बता दें कि गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिले में आज 79 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. जिले में कुल एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 1 हजार 175 पहुंच गई है. यानी अब धीरे-धीरे कोरोना का ग्राफ कम हो रहा है. वहीं जिले में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. लॉकडाउन के दौरान आंशिक छूट दी गई है.

read more- Corona Horror: US Administration rejects India’s plea to export vaccine’s raw material