रोहित कश्यप, मुंगेली। नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों का भले ही ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन उससे पहले ही मुंगेली में राजनीति जोरों पर है. दरअसल, कुछ लोग हाईकोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर पूर्व अध्यक्ष संतुलाल सोनकर को फिर से पालिका अध्यक्ष बनेंगे कहकर बधाई दे रहे हैं. इसका खंडन करते हुए मुंगेली नगर पालिका वर्तमान अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी ने हाई कोर्ट के आदेश को गलत तरीके से लोगों को बताने का आरोप लगाया है. इसे भी पढ़ें : RERA का आधारशिक्षा डेव्हलपर्स को आदेश, 45 दिनों में हस्तांतरित करें साम्राज्य रेसीडेन्सियल सोसायटी को…

मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी का कहना है कि संतुलाल सोनकर झूठी वाहवाही बटोर रहे हैं, जबकि हाई कोर्ट के आदेश की सही जानकारी लोगों को बतानी चाहिए. उन्होंने कहा कि संतुलाल सोनकर मुंगेली नगर पालिका के अध्यक्ष बन गए या बनेंगे इस आशय की लोगो से बधाई भी स्वीकार कर रहे हैं, जो समझ से परे है.

गोस्वामी अपील जारी कर कहा कि मैं ही मुंगेली नगर पालिका का अध्यक्ष हूँ. अफवाहों पर ध्यान बिल्कुल भी न दे. इसके साथ उन्होंने दावा किया है कि उन्हें हटाये जाने और संतुलाल सोनकर को पालिका अध्यक्ष बनाये संबंधित हाई कोर्ट से कोई आदेश पारित नही हुआ है. केवल संतुलाल जो चुनाव लड़ने के लिए अपात्र घोषित किया गया था, उसे खारिज करते हुए स्वतंत्र किया गया है.

कौन है संतुलाल सोनकर

शिक्षक पद से इस्तीफ़ा देकर मुंगेली नगर पालिका के अध्यक्ष बने संतुलाल सोनकर दो साल पहले तब सुर्खियों में आये थे, जब उन्हें 13 लाख रुपए के नाली घोटाले मामले में राज्य सरकार ने पद से पृथक कर दिया था. यही नहीं इस मामले में उन्हें जेल भी जाना पड़ा. मामले में तत्कालीन सीएमओ विकास पाटले व अन्य के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई थी.

अपना पक्ष रखने से किया इंकार

वही मामले में जब हमने पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर से उनका पक्ष जानने और यह क्लियर करने के लिए कि हाईकोर्ट से किस प्रकरण में उन्हें क्या राहत मिली है,और क्या फैसला आया है. इसको लेकर संपर्क किया तो उन्होंने मीडिया में कोई भी बात कहने से इंकार कर दिया.