रायपुर. छत्तीसगढ़ कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत द्वारा 14 फरवरी से प्रारंभ हसदेव जन यात्रा आज दूसरे दिन मनेन्द्रगढ़ के बुढ़ार, कुडेली, पटना का भ्रमण कर ग्राम लेद्री में संपन्न हुई.

दूसरे दिन की जन यात्रा में जगह-जगह आयोजित सभाओं में डॉ. महंत ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद कोई खास परिवर्तन नहीं आया है. राज्य में आदिवासियों की स्थिति और बिगड़ रही है. राज्य बनने के बाद से अब तक 27 हजार आदिवासी महिलाएं लापता हैं. यह सरकार का खुद का आंकड़ा है जो उन्होंने सार्वजनिक किया है. डॉ. महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने से पहले 45 लाख किसान छत्तीसगढ़ में थे जो अब 35 लाख रह गये हैं. 10 लाख किसानों की जमीनों को सरकार ने उद्योगपतियों को दे दिया. कृषि कार्य के लिए नदियों, नहरों का पानी किसानों को नहीं मिल रहा बल्कि इसे उद्योगपतियों को यह सरकार दे रही है.

आदिवासियों का अहित करने के लिए ही भू-राजस्व संहिता की धारा-165 में भाजपा सरकार संशोधन कर रही थी जिसे कांग्रेस के पुरजोर दबाव के कारण इस सरकार को वापस लेना पड़ा. समय रहते यदि सरकार संशोधन को वापस नहीं लेती तो अडाणी, अंबानी जैसे उद्योगपतियों को आदिवासियों की जमीन बेचने के लिए सरकार तैयार थी. सभा को दूसरे वरिष्ठ नेताओं ने भी संबोधित किया. डॉ.महंत की हसदेव जन यात्रा जहां-जहां पहुंच रही है, वहां क्षेत्र के लोगों का कारवां उनके साथ जुड़ता जा रहा है. विशाल रैली की शक्ल में यह जन यात्रा हसदेव नदी के तटीय क्षेत्रों में पहुंच रही है जिसे व्यापक प्रतिसाद मिल रहा है. जन यात्रा में डॉ. महंत के साथ रामचंद्र सिंहदेव, अंबिका सिंहदेव के अलावा सेवादल प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक चौन सिंह सामले, पूर्व मंत्री नोबेल वर्मा, नजीर अहमद, योगेश शुक्ला, वेदांती तिवारी, प्रदीप गुप्ता, प्रभा पटेल, अशोक जायसवाल, संगीता राजवाड़े, शैलजा सिंह, शैलेन्द्र सिंह, रंजीता सोनवानी, अजीत लकड़ा, अर्जुन सिंह, अजय, भूपेन्द्र, आदित्य शर्मा, हरीश परसाई सहित सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसजन, क्षेत्रवासी शामिल हुए. प्रदेश कांग्रेस सचिव गोपाल थवाईत हसदेव जन यात्रा में पूरे समय डॉ. महंत के साथ रहे.