जशपुर/जगदलपुर। भारत चंद्रयान-3 के जरिए अंतरिक्ष की दुनिया में आज इतिहास रचने जा रहा है. चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर आज शाम को 6.04 बजे चांद की सतह पर उतरेगा. इसमें किसी प्रकार की कोई बाधा न आए, लेकिन लिए प्रदेश के अनेक स्थानों पर देवालयों में विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है.

इसी तारतम्य में आज जशपुर जिले के बगीचा मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर भितघरा में सोमेश्वर महादेव के मंदिर प्रांगण में वृंदावन एवं बनारस के ब्राह्मणों द्वारा महारूद्राभिषेक के साथ विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है.

चन्द्रयान-3 की सफलता के लिए सोमेश्वर महादेव भितघरा के मंदिर प्रांगण में मिट्टी से चंद्रयान-3 की प्रतिकृति बनाई गई है. इस अवसर पर शाम पांच बजे होने वाले महारुद्राभिषेक विशेष हवन-पूजन में हजारों की संख्या में धर्मावलंबी शामिल होंगे.

चंद्रयान-3 की सफलता के लिए जगदलपुर स्थित बालाजी मंदिर में सुबह सुदर्शन यज्ञ का आयोजन किया गया.

वहीं प्रदेश के दूसरे छोर बस्तर में भी चंद्रयान-3 की सफलता के लिए लोग प्रार्थना कर रहे हैं. इसके लिए जगदलपुर स्थित बालाजी मंदिर में सुबह सुदर्शन यज्ञ का आयोजन कर विशेष प्रार्थना की गई. मंदिर में 11 कुंदन में 40 दंपतियों ने वैदिक मंत्र कर के साथ सुदर्शन मूल मंत्र का वचन कर विशेष हवन किया.

प्रदेश के अन्य शहरों की तरह पिथौरा में चंद्रयान-3 की सफलता के लिए सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों ने थानेश्वर महादेव व ठाकुर देवता में पूजा-अर्चना की. सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों ने बाकायदा कांवर में जल उठाकर विद्यालय से थाना परिसर स्थित थानेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे, जहां जल अर्पित कर चंद्रयान-3 की सफलता के लिए प्रार्थना के साथ पूजन भी किया. थानेश्वर महादेव में जल अर्पण करने के बाद विद्यालय के बच्चें नगर देवता माने जाने वाले ठाकुर देवता के मंदिर पहुंचकर चंद्रयान की सफल लेंडिंग के लिए पूजन एवं प्रार्थना की.