बालोद। चिल्लाती धूप और तपती गर्मी में जहां प्रशासन जनता के लिए जलापूर्ति करने में लगे हैं, तो वहीं बालोद जिले में सरपंच की तुगलकी फरमान ने मोहल्लेवासियों को गंदा पानी पीने को मजबूर कर दिया है.
दरअसल, बालोद जिले के डौंडी विकासखंड क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत चिखली के महिला सरपंच ने आवास पारा के घरों में जिस से बोर से पानी सप्लाई होता था, उस बोर के बिजली सप्लाई कटवाकर वायर और बोर्ड ही निकलावा दिया.
इससे लगभग 25 घर वाले आवास पारा के लोग एक मात्र हैंडपंप के गंदे पानी पीने को मज़बूर हैं. मोहल्ले वासियों की माने तो इस मोहल्ले में पहले दो हैंडपंप हुआ करते थे, जिसमें एक हैंडपंप में पंचायत ने मोटर फिटिंग करवा घरों घर नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजलापूर्ति करता था, लेकिन कुछ दिन पूर्व ही पंचायत के सरपंच ने मनमानी करते हुए बोर में लगे बिजली को ही निकलावा दिया.
वही पंचायत सरपंच कहती हैं कि तीन साल से मोहल्ले वासी बिल नहीं जमा कर रहे हैं. हुकिंग की बिजली से बोर चला रहे थे. मीटर लगाने पंचायत में प्रस्ताव करने के बाद मोहल्ले वासियों को मीटर के लिए पैसा जमा करने कई बार मुनादी कराई गया, लेकिन मोहल्ले वासी किसी तरह ध्यान नहीं देते. पैसा नहीं देते तो आधार कार्ड ही जमा कर दें, हुकुकिंग से चालू कर देंगे.
मामले में नायब तहसीलदार का कहना है कि जो भी दोषी होगा उस पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी. एसडीएम साहब द्वारा जनपद सीईओ को जांच अधिकारी बनाया गया है. आज या कल में बिजली सप्लाई जोड़ दोबारा मोहल्ले वासियों को जलापूर्ति की जाएगी.