जब भी हम बीमार पड़ते हैं तो मन में अस्पताल डॉक्टर की मोटी फीस और मंहगी दवाईयों की लंबी चौड़ी लिस्ट नजर आने लगती है. अब ऐसे में गरीब मजदूर, किसान जैसे कमजोर वर्गों के लिए इलाज कराना मुश्किल हो जाता है. क्योंकि जान बचाने के लिए वे अपनी मेहनत की कमाई मंहगे ईलाज में खर्च कर देते हैं, ऐसी कठिन परिस्थिति में कमजोर वर्ग की सहायता के लिए भूपेश सरकार की डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना जरूरतमंद मरीजों के लिए बहुत बड़ी सहारा बनी हुई है.

जिलें के कुल 13 हजार 672 हितग्राही कुल 13.78 करोड़ रुपये के निःशुल्क ईलाज की सुविधा अलग-अलग अस्पतालों से ले चुके हैं. जशपुर जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल रहा है. अब तक जिलें में 6 लाख 94 हजार 355 कार्ड बनाया गया है. आयुष्मान भारत के जिला परियोजना संमन्वयक ने बताया कि दूरस्थ क्षेत्रों के गांव-गांव में शिविर लगाकर छुटें हुए लोगों का प्राथमिकता से आयुष्मान कार्ड बनवाया जा रहा है.

कांसाबेल विकासखंड में 68 हजार 373 कार्ड, कुनकुरी विकासखंड में 80 हजार 886 कार्ड, दुलदुला विकासखंड में 43 हजार 416 कार्ड, फरसाबहार विकासखंड में 92 हजार 459 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं. इसी प्रकार जशपुर विकासखंड में 77 हजार 378 कार्ड, पत्थलगांव विकासखंड में 1लाख 53 हजार 191 कार्ड, बगीचा विकासखंड में 1 लाख 31 हजार 85 कार्ड, मनोरा विकासखंड में 47 हजार 567 कार्ड, बनाया जा चुका हैं.

निदान के साथ निराकरण भी

सी.एस.सी मैनेजर द्वारा कार्ड बनाने में आ रही तकनीकि समस्या का निदान कर हर एक-एक गांव की मॉनिटरिंग की जा रही है. साथ ही घर-घर जाकर भी आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है. उल्लेखनीय हैं कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना से 5 लाख और डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना से 50 हजार तक निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ लिया जा सकता है. साथ ही विशेष चिन्हांकित बीमारी के ईलाज के लिए 20 लाख रुपये तक आयुष्मान से सहायता का प्रावधान है.