दिल्ली. महात्मा गांधी को देश के लोगों की जिंदगियां बेहतर बनाने औऱ हमें आजादी दिलाने के लिए पूरा देश उन्हें आज भी बापू ही कहता है. एक देश ऐसा है जहां एक महिला पूरे देश के लोगों की ‘मां’ थी. वो ‘मां’ नहीं रही. पूरा देश सदमे में डूबा है.

दक्षिण अफ्रीका को आजादी दिलाने में जिन दो लोगों का हाथ था उनमें एक थे महान अश्वेत नेता नेल्सन मंडेला और दूसरी शख्स थीं. नेल्सन मंडेला की पत्नी विनी मंडेला. विनी मंडेला जिन्हें पूरा अफ्रीका मां के नाम से जानता था. विनी मंडेला का 81 साल की उम्र में निधन हो गया.

अपनी जिंदगी के पचास साल सिर्फ लोगों की जिदंगियां बेहतर बनाने में लगा देने वाली विनी माडकिजेला मंडेला को दक्षिण अफ्रीका के लोग उनके संघर्ष के लिए याद रखते हैं. कभी गोरों से अफ्रीका के इस सुंदर से देश को आजाद कराने वाली विनी को उनके साथी और वर्तमान राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने वंचितों औऱ मजलूमों की आवाज बताया. हाल ये है कि विनी के निधन की खबर सुनकर अफ्रीकी राष्ट्रपति फूट-फूटकर रो पड़े.

पूरी दुनिया जानती है कि गोरों ने महान नेता नेल्सन मंडेला को 27 साल तक जेल में बंद रखा. ये दिलेर विनी मंडेला ही थी जिन्होंने पूरी दुनिया को अंग्रेजों का क्रूर चेहरा दिखाया औऱ नेल्सन मंडेला की आवाज बनकर बाहर काम किया. ये उनके अदम्य जीवट औऱ साहस का ही कमाल था कि नेल्सन मंडेला जेल से रिहा हो सके.

विनी के विरोधियों ने भले ही उनके ऊपर कई सारे आरोप लगाए हों लेकिन इससे उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई. विनी को देश के आजाद होने के बाद भी जेल जाना पड़ा लेकिन हर बार वे बेदाग होकर बाहर आईं.

आज अफ्रीका के करोड़ों वंचितों की आवाज नहीं रही. दक्षिण अफ्रीका को आजादी दिलाने वाली नेत्री के निधन से पूरा दक्षिण अफ्रीका शोक संतप्त है. 14 अप्रैल को पूरे राजकीय सम्मान के साथ वंचितों की मां को दफनाया जाएगा. विनी मंडेला को हमारी भावपूर्ण श्रद्धांजलि.