रायपुर. हसदेव अरण्य में माइनिंग के लिए पेड़ काटे जाने का लगातार विरोध किया जा रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को शहर के अंबेडकर चौक पर हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति ने विरोध प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियो ने कहा कि सरकार ने बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बड़ी संख्या में पेड़ों को काटने की अनुमति दी है. यदि जंगल ही नहीं रहेंगे तो आदिवासी कहां जाएंगे और आदिवासियों के साथ ही पर्यावरण पर भी काफी बुरा दुष्प्रभाव पड़ेगा. यदि सरकार नहीं सुनती तो आने वाले समय में एक बड़ा विरोध करेंगे.
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राष्ट्रीय स्तर पर शुरू हुआ विरोध
हसदेव अरण्य को बचाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भी विरोध शुरू हो गया है. पिछले हफ्ते यहां पेड़ काटे जाने का काम हुआ शुरू हुआ था. आदिवासियों के प्रतिरोध और धरने के कारण पेड़ काटने का काम रोक दिया गया. लेकिन लोगों को अब भी यह डर है कि यह काम दोबारा भी शुरू किया जा सकता है.
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