पुरूषोत्तम पात्र, गरियाबन्द. अब अमलीपदर क्षेत्र के किसानों को बैंकिंग कार्य के लिए 80 से 100 किमी का सफर तय कर मैनपुर नहीं जाना पड़ेगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर गोहरापदर में जिला सहकारी बैंक खोलने की अनुमति मिली है. अब 8 हजार किसानों को 20 किमी की परिधि में बैंक उपलब्ध होगा. दरअसल, भौगोलिक परिस्थितियों के चलते मैनपुर ब्लॉक के अमलीपदर, गोहरापदर इलाके में रहने वाले किसानों को बैंकिग कार्य के लिए 80 से 100 किमी का सफर तय कर मैनपुर स्थित जिला सहकारी बैंक के ब्रांच जाना पड़ता था. धान बिक्री के रूपये, बोनस व कर्ज से सम्बंधित लेन देन के लिए जाना पड़ता था.

किसान नेता व ब्लॉक कांग्रेस अमलीपदर अध्यक्ष तपेश्वर ठाकुर ने बताया कि कई बार तो एक ट्रांजेक्शन के लिए 4 से 5 बार भी आना जाना पड़ता था. सुबह निकले तो लौटने में देर रात का वक़्त लगता था. तपेश्वर ने बताया कि ब्लॉक जिला के एक प्रतिनिधि मंडल कांग्रेसी नेता सजंय नेताम के नेतृत्व में नवम्बर में सीएम भूपेश बघेल, सहकारिता मंत्री प्रेम सिंह टेकाम एवं जिले के पर प्रभारी मंत्री गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू से भेंट कर इस समस्या को अवगत कराए थे.

सरकार ने समस्या को संज्ञान में लेते हुए वर्षों पुरानी मांग को पूरा कर दिया. अब अमलीपदर, उरमाल, तेतलखूटी एवं कांडकेला आदिम जाति सहकारी समिति के अधीन आने वाले 8 हजार किसानों को 20 किमी की परिधि में बैंकिंग सुविधा मिलेगी. मामले में सहकारिता विभाग के उप प्रबंधक केपी जोशी ने कहा कि, गोहरापदर ब्रांच खोलने की अनुमति मिल गई है. लॉकडॉउन के चलते स्थल चयन एवं अन्य भौतिक संसाधन सेटल करने की प्रक्रिया रूक गई है. अब जल्द ही ब्रांच की स्थापना गोहरापदर में किया जाएगा. इस शाखा में 4 आदिम जाति सेवा सहकारी समिति से जुड़े किसान सदस्य बैंक के सदस्य(ग्राहक) होंगे.