पंजाब में किसान आंदोलन अब भी जारी है. किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हरियाणा और पंजाब प्रशासन उन्हें आगे बढ़ने नहीं दे रहा है. किसान और पुलिस के बीच लगातार मीटिंग चल रही है, इस बीच किसान नेता के बयान को गौर करें तो प्रधानमंत्री के दौरे के बाद उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति मिलने की संभावना है।

किसान नेता सरवन पंधेर ने कहा कि हरियाणा के प्रशासन ने एक दिन का समय मांगा है। उनका कहना है कि 9 दिसंबर को पानीपत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा है। उसके बाद अधिकारियों से बातचीत कर दिल्ली जाने की छूट को लेकर हमें जानकारी देंगे। इस दौरे के बाद ही आगे की रणनीति तैयार की जाएगी कि किस तरह किसान आगे बढ़ेंगे।

सुप्रीम कोर्ट में लगाई याचिका

पंजाब के रहने वाले गौरव लूथरा में सीमाओं को खोलने की मांग की । इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका में कहा गया है कि केंद्र सरकार, पंजाब सरकार और हरियाणा सरकार को सुप्रीम कोर्ट आदेश दे कि सभी राज्यों को बॉर्डर खोला जाएं। बॉर्डर बंद करना मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट आज याचिका पर सुनवाई कर सकता है।

वापस लौटने पड़ा किसानों को

आपको बता दें कि किसना अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। दिल्ली कूच को लेकर बनाई रणनीति में उन्हें एक बार फिर से पीछे हटना पड़ा। 6 दिसंबर को भी किसानों ने आगे बढ़ने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर किसानों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था। इसके साथ ही 8 दिसंबर को फिर किसान पर आसूं गैस और केमिकल डेल फूल बरसाए जिसके बाद शंभू बॉर्डर से करीब पौने 4 घंटे बाद जत्था वापस आ गया था ।