Adipurush. फिल्म आदिपुरुष रिलीज होने के साथ विवादों में फंस गई है. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म के खिलाफ एक जनहित याचिका दाखिल की है. आरोप है कि फिल्म में भगवान राम, माता सीता, हनुमान और रावण जैसे धार्मिक चरित्रों की छवि से छेड़छाड़ की गई है. जिसे लेकर आपत्तिजनक दृश्यों को फिल्म से हटाया जाने की मांग की है. फिल्म के डायलॉग्स को लेकर भी बवाल मचा हुआ है. सोशल मीडिया में इसे लेकर लोग फिल्म का विरोध कर रहे हैं.

याचिकाकर्ता विष्णु गुप्ता ने कहा कि वे फिल्म आदिपुरुष (Adipurush) को जारी सेंसर सर्टिफिकेट रद्द करने के साथ ही फिल्म को बैन करने की मांग करेंगे. आदिपुरुष फिल्म से हिंदुओं की भावना आहत हुई है. आदिपुरुष फिल्म में हिंदू धार्मिक चरित्रों का विकृत सार्वजनिक प्रदर्शन अनुचित है. अनुच्छेद 26 के तहत धार्मिक मामलों के प्रबंधन की स्वतंत्रता का भी उल्लंघन किया गया है.

हिंदुओं के मौलिक अधिकारों का हुआ उल्लंघन

याचिका में कहा गया है कि हिंदुओं में भगवान राम, सीता और हनुमान की एक अलग छवि है. जिसमें किसी भी परिवर्तन/छेड़छाड़ स्वीकार नहीं है. फिल्म निर्माताओं, निर्देशकों और अभिनेताओं ने चरित्रों से छेड़छाड़ कर हिंदुओं के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया है. याचिका में कहा गया कि महाकाव्यों में बनाई गई छवि के अनुसार हेयर स्टाइल, दाढ़ी और ड्रेसिंग को अच्छी तरह से परिभाषित किया गया है. फिल्म निर्माताओं, निर्देशकों और अभिनेताओं द्वारा कोई भी बदलाव निश्चित रूप से उपासकों, भक्तों और धार्मिक विश्वासियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाएगा.

नेपाल में रिलीज नहीं हुई फिल्म

आदिपुरुष (Adipurush) फिल्म नेपाल में शुक्रवार सुबह रिलीज नहीं हुई. काठमांडू के मेयर ने फिल्म के एक संवाद पर आपत्ति जताई कि सीता भारत की बेटी है और कहा कि यह तथ्यात्मक रूप से गलत है क्योंकि सीता नेपाल की बेटी हैं. मेयर बालेन शाह ने धमकी दी कि अगर संवाद को ठीक नहीं किया गया तो काठमांडू में सभी भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. रिपोर्ट्स् में कहा गया है कि संवाद को बाद में संपादित किया गया था.