भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. पाकिस्तान लगातार भारत पर हमले कर रहा है, जबकि भारत उसकी हर कार्रवाई का उचित जवाब दे रहा है. इसी बीच, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री को जेल से रिहा करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. पाकिस्तानी अदालत में शुक्रवार को इमरान खान को जेल से रिहा करने के लिए एक याचिका दायर की गई है, जिसमें यह तर्क दिया गया है कि जिस जेल में वह बंद हैं, वहां ड्रोन हमले का खतरा हो सकता है. याचिका में इस बात पर जोर दिया गया है कि उनकी सुरक्षा के लिए उन्हें तुरंत बाहर निकालना आवश्यक है.

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पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने एक वॉट्सऐप संदेश के माध्यम से जानकारी दी है कि पार्टी के खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गांडापुर ने इमरान खान की रिहाई के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उनका कहना है कि भारत के साथ वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए और राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने के लिए इमरान खान को तुरंत पैरोल पर रिहा किया जाना चाहिए.

इमरान खान, जो 72 वर्ष के हैं, वर्तमान में रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं. पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर का प्रतिशोध लेने के लिए 8 और 9 मई की रात भारत की पश्चिमी सीमा पर कई हमलों की योजना बनाई थी. इस दौरान, पाकिस्तान ने ड्रोन और अन्य हथियारों का उपयोग करके भारतीय सीमाओं को निशाना बनाया, साथ ही जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर कई बार सीजफायर का उल्लंघन भी किया गया.

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सेना ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत सभी ड्रोन हमलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया है और सीजफायर उल्लंघनों का प्रभावी जवाब दिया गया है. सेना ने स्पष्ट किया कि भारतीय सीमाओं की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे और किसी भी दुष्ट योजना को सहन नहीं किया जाएगा.

भारत के ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने गुरुवार को जम्मू कश्मीर से लेकर जैसलमेर तक लगभग 15 भारतीय शहरों को निशाना बनाने का प्रयास किया. हालांकि, भारतीय सेना ने इन सभी हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया.