भोपाल। मध्य प्रदेश में देशभर से महंगा डीजल पेट्रोल बिक रहा है. जिससे प्रदेश की जनता महंगाई की मार से परेशान है. जबकि प्रदेश के पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में काफी अंतर है. इससे एमपी के लोग स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. मध्य प्रदेश और अन्य बीजेपी शासित पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल के दामों में लगभग 10 रुपए प्रति लीटर तक का अंतर आ रहा है. इसका कारण मध्य प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर लगाया जाने वाला भारी-भरकम टैक्स है.

बता दें कि प्रदेश में इन दिनों पेट्रोल-डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि दर्ज की जा रही है. रविवार को भोपाल में पेट्रोल 105.49 रुपए प्रति लीटर की दर से बिका. राज्य में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल ग्वालियर में दर्ज किया गया है. इंदौर में पेट्रोल  की कीमत 105.28 रुपए प्रति लीटर हो गई है. वहीं डीजल की कीमत 96.52 रुपए प्रति लीटर हो गई है. साथ ही प्रदेश के जबलपुर में पेट्रोल की कीमत 99.99 रुपए प्रति लीटर हो गई है. वहीं डीजल की कीमत 96.69 रुपए प्रति लीटर हो गई है.

एमपी के यूपी बॉर्डर से लगे जिलों में सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी

देशभर में अन्य राज्यों की अपेक्षा मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल सबसे महंगा है. जबकि प्रदेश के उन जिलों में सबसे महंगा पेट्रोल मिल रहा है, जो उत्तर प्रदेश के बॉर्डर से जुड़े हुए हैं. मप्र बाॅर्डर की तरफ पेट्रोल 108.04 रुपए तो यूपी की तरफ 95.84 रुपए प्रतिलीटर बिक रहा है. 13 रुपए के अंतर के कारण आलम यह है कि रीवा और सतना जिले में कालाबाजारी बढ़ गई है. लोग खेती किसानी करने के लिए ड्रम भरकर ट्रैक्टरों से डीजल-पेट्रोल का परिवहन कर रहे हैं. इसके अलावा छतरपुर जिले की नौगांव तहसील भी उत्तर प्रदेश की सीमा से लगा हुआ है. यहां साधारण पेट्रोल 106.86 है तो डीजल 97.96 रुपए प्रति लीटर है. बढ़ती कीमतों पर पेट्रोल पंप के मैनेजर का कहना है कि यहां की सीमाओं से उत्तर प्रदेश भी लगा हुआ है और अगर हम वहां की कीमतों की बात करे, तो वहां आज पेट्रोल 94.98 और डीजल 88.87 है. इस कारण से यहां के पेट्रोल डीजल व्यापारियों को खासा नुक़सान उठाना पड़ रहा है.

राजस्थान से जुड़े हुए जिलों में हाल बेहाल

प्रदेश के मुरैना, शिवपुरी, गुना, राजगढ़, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, श्योपुर जिले राजस्थान से जुड़े हुए हैं. वहीं एमपी का आगर मालवा जिला से करीब 40 किलोमीटर दूर राज्य राजस्थान में पेट्रोल डीजल की कीमतों में काफी अंतर है. मुरैना में 105.25 रुपए, शिवपुरी में 106.60 प्रतिलीटर पेट्रोल बिक रहा है. जहां उपभोक्ता ज्यादातर राजस्थान से पेट्रोल डीजल खरीदने की कोशिश करते हैं. यहां करीब 8 से 10 के अंतर में पेट्रोल डीजल बिक रहा है.

गुजरात से लगे जिलों में ये है हाल

मध्य प्रदेश के दो जिले झाबुआ और अलीराजपुर गुजरात से लगते हैं. जहां पड़ोसी राज्य गुजरात में भी एमपी से पेट्रोल के दाम लगभग 10 रुपए कम है. वहीं डीजल 6 रुपये सस्ता है. जिससे लोग गुजरात से पेट्रोल और डीजल ले रहे हैं. जिले में 106.93 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल बिक रहा है.

महाराष्ट्र से लगे जिलों में भी महंगाई की मार

प्रदेश के खरगौन, बड़वानी, बैतूल, खण्डवा, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट जिले महाराष्ट्र से जुड़े हुए जिले हैं. इन जिलों में भी पेट्रोल शतक पार कर गया है. बता दें कि मध्य प्रदेश का छिंदवाड़ा जिला नागपुर की सीमा से लगा हुआ है. यहां छिंदवाड़ा में साधारण पेट्रोल 107.84 प्रति लीटर और पावर पेट्रोल 111 प्रति लीटर हो चुका है. वहीं डीजल भी 98 के आसपास पहुंच कर लोगों की जेब में डाका डाल रहा है. जब कि जिले से 70 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र में पेट्रोल डीजल की कीमत 7 से 8 रुपए तक प्रति लीटर में अंतर है.

छत्तीसगढ़ और यूपी से जुड़े सिंगरौली का ये है हाल

मध्य प्रदेश के बॉर्डर जिले सिंगरौली में भी लगातार पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं. सिंगरौली जिले में पेट्रोल 105 रूपया 59 पैसे, डीजल 96 रुपए85 पैसे है. वहीं सिंगरौली से सटे छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में पेट्रोल 96 रुपए 6 पैसे है और उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में पेट्रोल की कीमत 95 रुपए 52 पैसे है. जो मध्य प्रदेश से 9 रुपए सस्ता है.

एमपी में सबसे ज्यादा टैक्स

मध्य प्रदेश में पेट्रोल पर 33 फीसदी टैक्स लगाया जाता हैं. इस टैक्स के ऊपर फिर सेस लगाया जाता है. एमपी में फिलहाल पेट्रोल पर 4.50 रुपए का सेस लग रहा है. वहीं  डीजल पर 23 फीसदी टैक्स लगाया जाता है. इसके बाद डीजल के ऊपर तीन रुपए प्रति लीटर सेस लगाया जाता है. राज्य सरकारों के इन टैक्स और सेस के बाद थोड़ी कसर नगर निगम भी पूरी करता है. इसमें भोपाल समेत कुछ नगर निगम पेट्रोल पर अपना सेस लगाते हैं. नतीजतन नगरीय क्षेत्रों में आने वाले पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और भी महंगा हो जाता है.