चंडीगढ़ में रहने वाले लोगों को झटका लग सकता है, खासतौर से उन लोगों को जो अगले महीने नया पेट्रोल स्कूटर लेने का प्लान बना रहे हैं. बता दें कि चंडीगढ़ एडमिनिस्ट्रेशन ने हाल ही में इस बात की घोषणा की है कि अगले महीने यानी जुलाई से इंटरनल कंबशन इंजन (ICE) के साथ आने वाले टू व्हीलर्स के रजिस्ट्रेशन को बंद कर दिया जाएगा.
प्रशासन का मानना है कि उसकी इलेक्ट्रिक वाहन नीति के तहत इंटरनल कंब्शन इंजन (आईसीई) (ICE) वाहनों की तय संख्या वित्त वर्ष 2023-24 के लिए इन समय-सीमाओं में पूरी हो जाएगी. केवल यही नहीं, अगले महीने से टू व्हीलर्स तो वहीं दिसंबर से गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जाएगा. आपके भी ज़हन में अब सवाल उठ रहा होगा कि आखिर क्या है ऐसा करने के पीछे का कारण?
जुलाई से बंद करने के पीछे एक वजह ये भी
सरकार चंडीगढ़ में ग्रीन और इको फ्रेंडली ट्रांसपोर्टेशन का लक्ष्य पूरा करना चाहती है. नए रजिस्ट्रेशन बंद करने से पहले साल गाड़ियों में 10 फीसदी की कमी और 35 फीसदी पेट्रोल टू व्हीलर्स की संख्या में कमी देखने को मिलेगी. बता दें कि 2023-2024 का टारगेट चार पहिये वाले वाहनों में 20 फीसदी और 70 फीसदी टू व्हीलर्स को कम करने का है.
सितंबर में शुरू हुई ईवी नीति
चंडीगढ़ ने अपनी ईवी पॉलिसी पिछले साल सितंबर में शुरू की थी, जो अगले पांच सालों तक लागू रहेगी. केंद्र शासित प्रदेश (UT) का लक्ष्य आने वाले वर्षों में धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक वाहनों पर स्विच करना है और इस तरह के कदमों का मकसद ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को ICE वाले वाहनों के बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों का विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहित करना है. ईवी नीति के अनुसार, शहर में एक वित्तीय वर्ष में लगभग 6,201 ICE दोपहिया वाहनों का पंजीकरण किया जा सकता है. इस सीमा के बाद, इसके बजाय सिर्फ ईवी का ही रजिस्ट्रेशन होगा.