भोपाल। मिशन-2023 से पहले मध्य प्रदेश सरकार बड़ा दांव खेल रही है. आदिवासियों को साधने के लिए सरकार जनजातीय बाहुल्य जिलों में PG कॉलेज खुलेंगी. उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेज खोलने की तैयारी शुरू कर दी है. उमरिया, शहडोल, अनूपपुर और डिंडोरी जैसे जिलों को PG कॉलेज मिलेंगे. निर्माण कार्यों को चिन्हित कर प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं.

उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा कि वनांचल के क्षेत्रों से आना बच्चों के लिए कहीं न कहीं कठिन हो जाता है. ऐसी जगहों पर एक कॉलेज स्थापित करना कठिन टास्क ज़रूर है. लेकिन बाद में स्थापित हुए जिले में स्नातकोत्तर कॉलेज की बड़ी ज़रूरत है. क्योंकि कई छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में PG कॉलेज की ज़रूरत काफ़ी ज़्यादा लगती है. इसलिए हर ज़िले में एक नया PG कॉलेज स्थापित करने की तैयारी विभाग ने की है. जल्द ही इस पर प्रस्ताव तैयार कर काम शुरू कर दिया जाएगा.

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उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने बैठक में निर्देश दिए कि जन भागीदारी अध्यक्षों के लिए कार्यशाला आयोजित की जाए. उन्होंने कहा कि समिति के अध्यक्षों के साथ संबंधित कॉलेज के प्राचार्य को भी कार्यशाला में आमंत्रित करें. कार्यशाला में कॉलेज के विकास के लिए आवश्यक अपेक्षाओं संबंध में प्रशिक्षण दिए जाए.

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उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश के 462 शासकीय कॉलेज में से 314 शासकीय कॉलेज में जन भागीदारी समिति अध्यक्षों का मनोनयन किया जा चुका है. 33 शासकीय कॉलेज में जन भागीदारी समिति अस्तित्व में नहीं है. इन कॉलेज में भी शीघ्र जन भागीदारी समिति गठित की जाए और इसके लिए पंजीयन की कार्रवाई पूर्ण की जाए.

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