प्रयागराज. कोरोनाकाल के दौरान वैक्सीन लगाने के बाद अब चलते-फिरते, खाते-पीते और नाचते-गाते मौत का सिलसिला जारी है. कोविड की एस्ट्राजेनेका वैक्सीन से होने वाले दुष्प्रभावों को लेकर दुनियाभर में चर्चा हो रही है. अप्रैल के आखिरी सप्ताह में वैक्सीन निर्माता कंपनी ने ब्रिटेन की कोर्ट में स्वीकार किया था कि टीकों के कारण दुर्लभ स्थितियों में थ्रोम्बोसिस विद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) होने का जोखिम हो सकता है. इसके बाद लोग दहशत में है. वहीं अचानक होने वाली मौत थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब यूपी के प्रयागराज में एक फार्मासिस्ट की मौत कार चलाते-चलाते हो गई.
प्रयागराज में सरकारी हॉस्पिटल में तैनात फार्मासिस्ट प्रमोद यादव (50 वर्ष) की कार में ही ड्राइविंग करते हुए हार्टअटैक से मौत हो गई. लोगों ने काफी देर तक उन्हें कार की सीट पर पड़े देखा तो पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने कार का दरवाजा खोला तो वह मृत पाए गए. उनकी जेब में मिले आई कार्ड से उनकी पहचान हुई, जिसके बाद उनके परिवार को इसकी सूचना दी गई. घटना के बारे में जिस किसी ने भी सुना, स्तब्ध रह गया.
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जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज के हंडिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फार्मासिस्ट के पद पर तैनात 50 साल के प्रमोद यादव झूंसी के मुंशी का पुरा गांव में किराए का मकान लेकर रहते थे. वह अपनी कार से रोज अस्पताल जाते थे. बुधवार को वह अकेले अपनी कार से जब अस्पताल के लिए निकले थे, लेकिन कार को सड़क के किनारे खड़ा कर बहुत देर तक वह ड्राइविंग सीट पर अचेत अवस्था में पड़े रहे. कोई हरकत न देख राहगीरों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने कार का दरवाजा खोला तो प्रमोद यादव की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी थी.
बता दें कि कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने स्वीकार किया था कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगवाने के बाद लोगों को TTS नाम की बीमारी हो रही है. टीटीएस के कारण रक्त के थक्के बनने और खून में प्लेटलेट्स की मात्रा कम होने जैसी समस्याओं का जोखिम रहता है. इन दुष्प्रभावों को लेकर भारत में एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड ले चुके लोगों में कई तरह का डर देखा जा रहा है.