लखनऊ. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर बेहद सख्त नजर आ रहे हैं. इसी को लेकर ब्रजेश में पाठक ने अधिकारियों को अस्पतालों में गुणवत्तापरक दवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. मेडिकल कॉलेजों में रोगियों को सस्ती व गुणवत्तापरक दवाएं मिलेंगी. इसके लिए छह सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप) मॉडल पर फार्मेसी खोली जाएंगी.
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इन-हाउस फार्मेसी में ओपीडी व भर्ती रोगियों को दवाएं और सर्जिकल सामान मिल सकेगा. इस संबंध में कंपनियों से आवेदन मांगे गए हैं. ब्रजेश पाठक ने जल्द से जल्द से प्रक्रिया को पूरी करने के निर्देश दिए हैं. डिप्टी सीएम ने कहा कि प्रदेश के हर जिले में राजकीय मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना चल रही है. मौजूदा समय में सरकारी क्षेत्र में 35 मेडिकल कॉलेजों का संचालन हो रहा है. 30 प्राइवेट क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खुलें हैं. जल्द ही बाकी जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया चल रही है ताकि अधिक से अधिक डॉक्टर तैयार किये जा सकें.
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ब्रजेश पाठक ने बताया कि गरीब रोगियों को उनके जिले में ही बेहतर उपचार उपलब्ध कराया जा सके. इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही मरीजों को दवा व सर्जिकल सामान हासिल करने में आने वाली अड़चनों को दूर करने की दिशा में अहम कदम उठाया गया है. उन्होंने बताया कि 6 मेडिकल कॉलेजों में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा (PMSSY) योजना के तहत इन-हाउस फार्मेसी शुरू करने की योजना है.
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