रायपुर। बहुचर्चित फोन टैपिंग मामले में एक नया मोड़ सामने आ गया है. ईओडब्ल्यू ने सोमवार को रजनेश सिंह ने पूछताछ में जो बयान दर्ज कराया वह डीजी मुकेश गुप्ता के ख़िलाफ़ है. सूत्र बताते हैं कि दोनों के बयानों एक-दूसरे के विरोध में हैं. दरअसल सोमवार को फोन टैपिंग मामले में निलंबित एसपी रजनेश सिंह से ईओडब्ल्यू ने 5 घंटे तक पूछताछ की और बयान दर्ज किया. रजनेश ने अपने बयान में कहा कि नान मामले में फोन टैपिंग का आदेश तत्कालीन डीजी मुकेश गुप्ता ने ही दिया था उन्होंने ने ही यह आदेश दिया था. जबकि रजनेश इस फोन टैपिंग के पक्ष में नहीं थे. कई नंबरों के लिए अनुमति नहीं दी गई पर यहां समय अवधि खत्म होने के बाद भी बिना रोक के ही फोन टैपिंग होती रही. यह बयान ईओडब्ल्यू ने लिखित में लिया है.

जबकि ईओडब्ल्यू ने फोन टैपिंग मामले में पहले मुकेश गुप्ता से बयान लिए थे उसमें उन्होंने कहा था कि फोन टैपिंग के लिए रजनेश सिंह जिम्मेदार है और उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. उनके इस बयान की वीडियोग्राफी भी कराई गई थी. ऐसे में अब दोनों ही अफसरों के बयान एक दूसरे के ख़िलाफ़ मिल रहे हैं. जिससे ईओडब्ल्यू इन दोनों से आगे औऱ पूछताछ करेगी. दोनों अपने विरोधाभासी बयान से फंसते नजर आ रहे हैं. फिलहाल अब ईओडब्ल्यू को मुकेश गुप्ता के अगले बयान का इंतजार है. मंगलवार को मुकेश गुप्ता को पूछताछ के लिए हाजिर होना था लेकिन वे नहीं आए.